UP News: यूपी के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी कांड में उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश के तहत एक निष्पक्ष जांच चल रही है. कुछ को गिरफ्तार किया गया है और कुछ को पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि 2012-2016 के बीच, अखिलेश यादव सरकार के दौरान 200 से अधिक दंगे हुए. शाहजहांपुर के एक पत्रकार को सरकार के बारे में कुछ कहने के बाद जिंदा जला दिया गया था. उन्होंने अखिलेश यादव के यूपी सरकार द्वारा संविधान को कुचले जाने के बयान पर पलटवार करते हुए ये बातें कही.
In Lakhimpur Kheri incident, a fair investigation is underway under retired High Court judge & some have been arrested and some have been called for questioning: UP Minister Sidharth Nath Singh on Yadav's statement that constitution is being crushed by UP govt (2/2)
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 9, 2021
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि यूपी सरकार द्वारा संविधान को कुचला जा रहा है. सरकार लगातार भेदभाव कर रही है. बीजेपी केवल गाड़ी से कानून को रौंदना चाहती है.
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अखिलेश यादव का कहना है कि पुलिस ने आशीष मिश्रा को समन नहीं गुलदस्ता भेजा है. अजय मिश्रा के केंद्रीय मंत्री रहते हुए पीड़ितों को इंसाफ नहीं मिलेगा. वे इस्तीफा दें. पीड़ितों को न्याय मिलना चाहिए.
बता दें, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा से आज लखीमपुर खीरी में क्राइम ब्रांच के दफ्तर में करीब पांच घंटे से अधिक समय से पूछताछ चल रही है. आशीष मिश्रा का फोन भी जब्त कर लिया गया है. उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जा सकता है.
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लखनऊ में लखीमपुर खीरी पुलिस अंकित दास के ड्राइवर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. घटना के समय अंकित दास अपनी गाड़ी में मौजूद थे. अंकित की तलाश में पुलिस की कई टीमें लगाई गयी हैं.
Posted By: Achyut Kumar