Lucknow: यूपी में 17 हजार से अधिक स्टाफ नर्स और पैरामेडिकल कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया पूरी करते हुए जल्द परिणाम घोषित करने की तैयारी है, जिससे सफल अभ्यर्थियों की नियुक्ति की जा सके. योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के उद्देश्य से इन पदों पर जल्द सफल अभ्यर्थियों की नियुक्ति का फैसला किया है. इसके साथ ही नए कर्मियों को ट्रेनिंग दी जाएगी.
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने यूपी में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की ओर से 17 हजार से अधिक स्टाफ नर्स और पैरामेडिकल कर्मियों के पदों पर की जा रही भर्ती प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश हैं. उन्होंने कहा कि संविदा पर की जा रही इन कर्मियों की भर्ती से सरकारी अस्पतालों को बड़ी राहत मिलेगी. वहां कर्मियों की कमी दूर होगी और मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा मिल सकेगी.
डिप्टी सीएम ने कहा कि जल्द इन पदों पर भर्ती के लिए परिणाम घोषित कर स्टाफ नर्स व पैरामेडिकल कर्मियों को तैनाती दी जाए. इसके साथ ही भर्ती हो रहे कर्मियों को ट्रेनिंग भी दिलाई जाए. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में कर्मियों की कमी को तेजी से पूरा करने पर जोर दिया जा रहा है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से स्टाफ नर्स, एएनएम, लैब टेक्नीशियन और एलोपैथिक फार्मासिस्ट के लिए 17291 के पदों के पर आवेदन मांगे जा चुके हैं. इसका मुख्य उद्देश्य शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में लोगों को भरोसेमंद और कुशल स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंच प्रदान करना है.
इसमें स्टाफ नर्स के पद पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों के पास बीएससी नर्सिंग की डिग्री के साथ ही यूपी नर्सिंग काउंसिल में रजिस्ट्रेशन होना अनिवार्य है. एएनएम के पद के लिए नर्सिंग में डिप्लोमा होना चाहिए. फार्मासिस्ट के पद के लिए 12वीं पास होना अनिवार्य है.
प्रदेश में इसके साथ ही बीते वर्ष संविदा पर 2,942 स्टाफ नर्स और 54,041 कर्मचारियों की भर्ती की जा चुकी है. यूपी सरकार के मुताबिक चयन प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी बनाया गया है, ताकि दक्ष मानव संसाधन मिल सके.