UP Weather Update: यूपी में सावन की शुरुआत से पहले मानसून सक्रिय हो गया है. इस वजह से राज्य में सभी जगह बारिश का प्रभाव देखने को मिल रहा है. शुक्रवार को प्रदेश के कई जनपदों में तेज बारिश हुई, वहीं शनिवार को भी कई जगह तेज बरसात और गरज चमक के साथ छीटें पड़ने की संभावना है.
मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में पूर्वी क्षेत्रों में ज्यादा बारिश होगी. लखनऊ और आसपास के क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक उत्तर पश्चिमी खाड़ी से उत्पन्न निम्न दबाव का क्षेत्र अब मध्य भाग की ओर बढ़ गया है. इससे अगले चौबीस घंटे प्रदेश में भारी बारिश के आसार हैं. शनिवार को पुरवा हवा के चलने के कारण कई जगह तापमान में उतार-चढ़ाव का क्रम बना रहेगा. आसमान में बादल छाए रहेंगे. इससे तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी. वहीं रविवार को भी कई जगह तेज हवाओं के कारण सुबह-शाम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी.
मौसम विभाग के मुताबिक राज्य में जून में पश्चिमी यूपी पर मानसून अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा ज्यादा मेहरबान रहा. पश्चिमी क्षेत्र में जून के महीने में 78.6 मिलीमीटर सामान्य बारिश के मुकाबले 102.5 मिलीमीटर बारिश हुई. ये सामान्य से 30 प्रतिशत अधिक है.
वहीं पूर्वांचल में इसी दौरान 106.3 मिमी सामान्य बारिश की अपेक्षा 60.1 मिमी यानी सामान्य से 44 फ़ीसदी कम बारिश हुई. पूरे प्रदेश में इस दौरान सामान्य के मुकाबले 19 प्रतिशत कम बरसात हुई. जून में प्रदेश में सामान्य तौर पर 95.9 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी, जबकि 77.8 मिलीमीटर बारिश ही हुई.
प्रदेश में शुक्रवार को सबसे अधिक 11.5 सेंटीमीटर बारिश प्रतापगढ़ के पट्टी में दर्ज की गई. इसके अलावा बिजनौर के कोंच में 8.50, प्रयागराज के फूलपुर में 7 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई. वहीं बाराबंकी के फतेहपुर, वाराणसी, कानपुर, प्रयागराज के बारा, बलिया के तुर्तीपार, हमीरपुर के मौदहा में 6-6, महराजगंज के निचलौल, प्रयागराज के करछना, मेजा, बलिया के रसड़ा, गोरखपुर के चंद्रदीप घाट, बांदा, आजमगढ़, महराजगंज के श्रीमोहिनी घाट, आगरा, औरैया, मेरठ के मवाना में 5-5 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई.
खास बात है कि मानसून ने भले ही जून में दस्तक दी हो. लेकिन, बारिश के लिहाज से ये अच्छा नहीं रहा. इसमें औसत से भी कम बरसात हुई. प्रदेश में मार्च से मई तक जिस तरह से बारिश ने अपना असर दिखाया था, उससे उम्मीद की जा रही थी कि जून में मानसून के दस्तक देने के साथ बारिश ज्यादा असरदार होगाी. हालांकि इस उम्मीद से कहीं कम बारिश हुई.
अब जुलाई में मानसून के सक्रिय होने पर बारिश की स्थिति को लेकर मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है कि जून से ज्यादा बारिश के आसार हैं. जुलाई में तपिश भरी गर्मी नहीं रहेगी. हालांकि उमस का असर भी देखने को मिलेगा.
मानसून के पूरे प्रदेश को कवर करने के साथ ही अब अधिकतम तापमान एक बार फिर 40 डिग्री से नीचे चला गया है. प्रदेश में बीते चौबीस घंटे में अधिकतम तापमान फतेहगढ़ में 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान मेरठ में 23.4 डिग्री दर्ज किया गया. आने वाले चौबीस घंटे में मौसम की बदली परिस्थितियों का अधिकतम और न्यूनतम तापमान में असर देखने को मिलेगा.