UP Weather Update: यूपी के मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है. राज्य में कई जगह गंगा, यमुना सहित अन्य नदियां उफान पर हैं और लोग सुरक्षित स्थान की ओर पलायन कर चुके हैं, वहीं उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित आसपास के लोग बारिश का इंतजार कर रहे हैं.
राजधानी लखनऊ में बीते चार दिनों से बादल नहीं बरसे हैं. इस सप्ताह की शुरुआत से ही मौसम के तेवर तल्ख बने हुए हैं. उमस का सितम जारी है. बुधवार सुबह की शुरुआत भी शुष्क मौसम से हुई. बादलों की आवाजाही के बीच धूप निकलने के कारण लोग गर्मी से बेहाल हैं.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक राजधानी में पिछले 24 घंटे में लखनऊ समेत कई जिलों में बारिश नहीं हुई है. इसके अलावा कई अन्य जनपदों में भी यही स्थिति देखने को मिल रही है. अगले पांच दिनों में प्रदेश में अधिकतम तापमान में इजाफा देखने को मिलेगा. अधिकतम तापमान में 3-4 डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि होने की संभावना है. वहीं इस दौरान न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने के आसार नहीं हैं.
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उत्तर प्रदेश में बीते चौबीस घंटे में आगरा में सबसे ज्यादा तपिश देखने को मिली. यहां अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं प्रदेश में न्यूनतम तापमान नजीबाबाद में 24.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.
प्रदेश में बाराबंकी, कानपुर, हरदोई, इटावा, लखीमपुर खीरी, गोरखपुर, वाराणसी, बलिया, बहराइच, प्रयागराज, फतेहपुर, बांदा, सुलतानपुर, फैजाबाद, गोरखपुर, बस्ती, झांसी, औरैया, हमीरपुर, बरेली, मेरठ, आगरा, अलीगढ़, बुलंदशहर और शाहजहांपुर में बारिश नहीं होने से गर्मी की स्थिति है.
इस बीच बीते चौबीस घंटे में प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश नजीबाबाद में हुई. मौसम विभाग के मुताबिक, नजीबाबाद में लगभग 11 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है. वहीं मुजफ्फरनगर में दो मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश ने बताया कि लखनऊ शहर में आज अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान है. जबकि न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस या इससे थोड़ा ज्यादा रह सकता है. उन्होंने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर पश्चिम उत्तर प्रदेश तक कुछ ही जिलों में बुधवार को बारिश होगी. फिलहाल अभी मानसून की गति धीमी हुई है, जिससे इन दिनों कम बारिश हो रही है.
इस बीच प्रदेश में नदियों के जलस्तर में वृद्धि का सिलसिला जारी है. गंगा और यमुना के तेवर जहां बरकरार हैं, वहीं नेपाल सीमावर्ती जिलों में शारदा ने तेजी से कटान शुरू कर दिया है. अयोध्या तथा बाराबंकी में सरयू का जलस्तर उफान पर है. अगले तीन दिनों में कई जिलों चक्रवात और बारिश के मद्देनजर अलर्ट किया गया है. नदियों के तेवर देख तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोग सुरिक्षत स्थानों पर चले गए हैं.
बदायूं में गंगा और मथुरा में यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ा है. इससे इनके तटवर्तीय गांवों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं. लखीमपुर खीरी में शारदा वर्ष 2021 का रिकार्ड तोड़ने की ओर तेजी से बढ़ रही है. उस साल वहां के पलियाकलां में शारदा का जलस्तर 155.82 मीटर चला गया था. इस समय यहां शारदा का जल स्तर 154.590 मीटर हो गया है.
इसके अलावा गढ़मुक्तेश्वर में गंगा, मुरादाबाद में रामगंगा, इटावा में यमुना का जल स्तर बढ़ने की ओर है. बाराबंकी में सरयू का जल स्तर स्थिर लेकिन यहां हालात ठीक नहीं हैं. अयोध्या में सरयू अगले तीन दिनों तक ही सामान्य से ऊपर ही रहने वाली है. उधर, अलीगढ़, हाथरस, आगरा, बुलंदशहर में मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. यहां बारिश होने की प्रबल संभावना है.
सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, हापुड़, अमरोहा और इसके आसपास बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. इसके अलावा मुरादाबाद, रामपुर, संभल, बदायूं, पीलीभीत, बरेली, सिद्धार्थनगर और इसके आसपास के क्षेत्रों में झमाझम बारिश के साथ मेघगर्जना और बिजली गिरने को लेकर चेतावनी जारी की गई है.
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक मानसून ट्रफ गंगानगर, चूरू, अलवर, ग्वालियर, सतना, अंबिकापुर, जरासुगुड़ा और चांदबली से होकर गुजर रही है और फिर दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंच रही है. इसके साथ ही एक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिणी झारखंड और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है, जो समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है. पश्चिमी विक्षोभ कश्मीर के ऊपर है. मौसम की इन परिस्थितियों का उत्तर प्रदेश के तापमान में भी असर देखने को मिलेगा.