UP Weather Update: उत्तर प्रदेश के मौसम में राहत का सिलसिला जारी है. कई इलाकों में तेज बारिश की वजह से शुक्रवार को जहां लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली, वहीं शनिवार को भी बारिश के आसार हैं. अगले सप्ताह से धीरे धीरे बारिश का असर कम होगा.
राजधानी लखनऊ सहित आसपास के जनपदों में शनिवार सुबह हल्की हवाओं की वजह से मौसम खुशनुमा बना हुआ है. कई जगह बादल छाए हुए हैं. हालांकि सामान्य तौर पर मौसम साफ है. आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक राजधानी लखनऊ और आसपास के क्षेत्रों में शनिवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
प्रदेश में 26 अगस्त को एक या दो स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है. मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार को गोरखपुर, कुशीनगर, महराजगंज, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर और बस्ती में बारिश के आसार हैं.
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इसके साथ ही सीतापुर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर के साथ साथ उसके आसपास इलाकों में मेघ गर्जन और वज्रपात होने की संभावना अधिक है. वहीं सिद्धार्थ नगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइचऔर लखीमपुर खीरी जिले में भी बिजली गिरने के आसार हैं.
इसके बाद 27 अगस्त को भी राज्य के एक या दो स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. इसके बाद 28 और 29 अगस्त को लेकर फिलहाल कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है, लेकिन इस दौरान राज्य के एक या दो स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक 30 अगस्त को पश्चिमी यूपी में फिलहाल मौसम शुष्क रहने की संभावना हैं वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. प्रदेश में फिलहाल 31 अगस्त को भी इसी तरह का मौसम बने रहने के आसार हैं. इस तरह फिलहाल प्रदेश में 31 अगस्त तक बारिश की स्थिति बनी हुई है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक अधिकतम तापमान में फिलहाल कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है. इसके बाद अगले दो दिनों में दो से तीन डिग्री सेल्सियस का इजाफा दर्ज किया जा सकता है. वहीं न्यूनतम तापमान में अगले चार दिन तक कोई बड़ा बदलाव होने के आसार नहीं है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक वर्तमान में औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ अब फिरोजपुर, करनाल, मेरठ, आजमगढ़, पटना, देवघर, डायमंड हार्बर से होकर दक्षिण पूर्व की ओर पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी तक जा रही है. उत्तर पश्चिम उत्तर प्रदेश से दक्षिणी असम तक ट्रफ रेखा अब उत्तर पूर्व उत्तर प्रदेश से लेकर बिहार, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल होते हुए पूर्वी असम तक समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर बनी हुई है.
वहीं दक्षिण उत्तर प्रदेश के मध्य भागों पर चक्रवाती परिसंचरण अब समुद्र तल से 3.1 और 7.6 किलोमीटर के बीच पश्चिम उत्तर प्रदेश पर स्थित है और ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है. वहीं समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर उत्तर पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर चक्रवाती परिसंचरण परिसंचरण कम चिह्नित हो गया है. इन ताजा गतिविधियों का असर उत्तर प्रदेश के तापमान में देखने को मिल रहा है. अब धीरे धीरे बारिश की गतिविधियां कम होंगी.