Lucknow: राजधानी लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में फेरबदल देखने को मिला है. इस वजह से शुक्रवार को राजधानी सहित आसपास के क्षेत्रों में बारिश हुई. अचानक हुई इस बरसात ने एक बार फिर शीतलहर का एहसास करा दिया. हालांकि शनिवार सुबह मौसम साफ होने से लोगों को राहत मिली.
मौसम केंद्र के मुताबिक फिलहाल बारिश से राहत मिलने की संभावना नहीं है. बारिश एक बार फिर लोगों की मुश्किलें बढ़ाती नजर आएगी. मौसम केंद्र ने अगले सप्ताह भी कई जगहों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना जताई है. प्रदेश में 23 और 24 जनवरी को पश्चिमी क्षेत्र में तेज सतही हवाएं चल सकती हैं.
आईएमडी ने यूपी के लिए जो पूर्वानुमान लगाया है, उसके मुताबिक 23 जनवरी को छिटपुट स्थलों पर हल्की बारिश हो सकती है. वहीं 24 से 27 जनवरी के बीच विस्तृत क्षेत्र में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश के आसार हैं. मौसम विज्ञान कार्यालय के मुताबिक आज आमतौर पर आसमान साफ रहेगा और न्यूनतम व अधिकतम तापमान क्रमश: 10 डिग्री और 23 डिग्री के आसपास रह सकता है. अगले पांच दिनों में उत्तर भारत को शीतलहर से राहत मिलने के आसार हैं. इसके बाद मौसम में बहुत बड़े बदलाव की संभावना नहीं है.
इससे पहले लखनऊ, अयोध्या, सुलतानपुर, अमेठी, अंबेडकरनगर, गोंडा समेत अवध व प्रदेश के कई इलाकों में शुक्रवार को बारिश हुई. लखनऊ व गोंडा में ओले भी पड़े. कानपुर में एक मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है. प्रयागराज संगम नगरी में बादल गरजने के साथ बारिश हुई. इस वजह से माघ मेला क्षेत्र में कल्पवासियों और साधु-संतों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. मेला क्षेत्र में आवागमन के साथ टेंट में रहने वाले कल्पवासियों को समस्या का सामना करना पड़ा.
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक 27 जनवरी तक बूंदाबांदी-बारिश का दौर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में जारी रहेगा. कुछ स्थानों पर ओले भी पड़ेंगे. इस वजह से सर्दी का असर सामान्य से अधिक देखने को मिल सकता है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक उत्तरी पाकिस्तान में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का असर दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर पड़ा. इस वजह से बंगाल की खाड़ी से नमीयुक्त पुरवा हवा चली है. इस बदलाव के कारण ही यूपी का मौसम प्रभावित हुआ और बारिश हुई. आने वाले दिनों में बारिश की स्थिति बनी हुई है. लगभग एक सप्ताह के बाद सर्दी का असर कम होगा और लोगों को राहत मिलेगी.