UP Weather Update: उत्तर प्रदेश में मानसून की सक्रियता से मौसम पूरी तरह बदल गया है. कुछ दिनों पहले तक लोग जहां भयंकर गर्मी और उमस से जूझ रहे थे, वहीं बीते 24 घंटे में भारी बारिश के कारण स्थिति पूरी तरह बदल गई है. राजधानी लखनऊ सहित अधिकांश जनपदों में मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. लखनऊ में 10 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. मौसम विभाग ने मंगलवार को भी प्रदेश में कई जगह बारिश को लेकर चेतावनी जारी की है. लोगों से बेवजह बाहर नहीं निकले की अपील की गई है.
अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक मंगलवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों और पूर्वी उत्तर प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. इस दौरान पूर्वांचल में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं. राजधानी लखनऊ और आसपास के जनपदों में अधिकतम अधिकतम तापमान 30 डिग्री और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
17 सितंबर तक बारिश का मौसम
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक 13, 14 और 15 सितंबर को पूरे प्रदेश में एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ आकाशीय बिजली गिरने के आसार हैं. इस दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों और पूर्वांचल में अनेक स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जताई गई है. इसके बाद 16 और 17 सितंबर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं.
मानसून ट्रफ की ताजा स्थिति
देश भर में मौसम प्रणाली की बात करें तो औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ जैसलमेर, कोटा, गुना, सागर, पेंड्रा रोड, जमशेदपुर, दीघा और फिर पूर्व दक्षिण-पूर्व की ओर उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी से होकर गुजर रही है. उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्र पर चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।
इसके साथ ही पूर्व पश्चिम ट्रफ रेखा अब उत्तर पश्चिम मध्य प्रदेश और पड़ोस के ऊपर चक्रवर्ती परिसंचरण से उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश से पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और दक्षिण छत्तीसगढ़ होते हुए समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर ऊपर तक फैली हुई है. इन परिस्थितियों का उत्तर प्रदेश के मौसम पर असर होने की संभावना है.
अब धीरे-धीरे बढ़ेगा तापमान
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक प्रदेश में अधिकतम तापमान में अब दो से चार डिग्री सेल्सियस की क्रमिक वृद्धि की संभावना है. इसी तरह न्यूनतम तापमान में भी दो डिग्री सेल्सियस की क्रमिक वृद्धि के आसार हैं.