लखनऊ. उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग ने शुक्रवार 7 अप्रैल को UPPCS 2022 का रिजल्ट जारी कर दिया है. मुरादाबाद की आयुषी सिंह ने भी लोक सेवा आयोग (UPPSC) की परीक्षा पास कर DSP बन गयी है. आयुषी सिंह की सफलता पर पूरा परिवार खुश है. लेकिन, पिता की हत्या का गम अभी भी आयुषी को दुख पहुंचाता है. आयुषी के पिता के हत्यारे आज भी फरार है, जिसका डर आयुषी को आज भी है. आयुषी के पिता की 8 साल पहले हत्या कर दी गयी थी. आयुषी के पिता योगेंद्र सिंह उर्फ भूरा डिलारी पूर्व ब्लाक प्रमुख थे, उनका वर्ष 2015 में मर्डर कर दिया गया था. आयुषी की मां पूनम अब डिलारी की ब्लाक प्रमुख हैं. आयुषी के यूपी पीएससी में 62वां स्थान आने पर बधाई देने वालों का घर पर कतार लग गई है. आयुषी को पहले ही कोशिश में सफलता मिली है.
आयुषी अपने पिता के सपने को पूरा करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी बनने में कामयाब रही. आयुषी सिंह इस उपलब्धि को अपने पिता का सपना बता रही हैं. भूरा का परिवार मूल रूप से भोजपुर के मानपुर गांव का रहने वाला है. आयुषी दिल्ली में रहकर यूपीपीएससी की तैयारी की. आयुषी सिंह ने मुरादाबाद के केसीएम स्कूल से हाईस्कूल तक की पढ़ाई की. यहीं से उन्होंने 12वीं की परीक्षा पास की. इसके बाद आयुषी ने दिल्ली विश्वविद्यालय से वर्ष 2019 में स्नातक की परीक्षा पास की. आयुषी पिछले दो सालों से यूपीपीएससी की तैयारी में जुटी थीं. आखिरकार आयुषी ने इस परीक्षा में भी सफलता हासिल की. आयुषी ने अपनी मां पूनम को फोन कर रिजल्ट के बारे में जानकारी दी.
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आयुषी के पिता योगेंद्र सिंह उर्फ भूरा की हत्या मुरादाबाद के कोर्ट परिसर में ही कर दी गई थी. आरोपी सुमित ने 23 फरवरी 2015 को भूरा को गोली मारी थी. बता दें कि कोर्ट में पेशी के लिए आए भूरा के पैर पहले सुमित ने छुए थे. इसके बाद गोली मारकर हत्या कर दी. घटना के बाद वकीलों ने सुमित के दो साथियों को दबोच लिया था. उस समय सुमित भागने में कामयाब रहा. हालांकि, बाद में पुलिस ने उसे पकड़ लिया था. लेकिन, कोर्ट में पेशी के दौरान सुमित ने एक बार फिर पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया.