सहारनपुर : उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में अनामिका शुक्ला के नाम से सरकारी नौकरी करने वाली भावना को सहारनपुर पुलिस ने मैनपुरी से गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अधीक्षक (शहर) विनीत भटनागर ने बताया कि भावना ने अनामिका के नाम पर अपनी तैनाती के लिये इस प्रकरण के मास्टरमाइंड पुष्पेन्द्र को चार लाख रुपये दिये थे.
विनीत भटनागर ने बताया कि सहारनपुर के जनकपुरी थाने में सात जून को कथित शिक्षिका के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था तभी से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी. भटनागर ने बताया कि भावना को पुलिस सोमवार रात सहारनपुर लेकर पहुंची जहां उसे महिला थाने में रखा गया है.
इससे पहले यूपी के बहुचर्चित अनामिका शुक्ला फर्जी शिक्षक मामले में यूपी एसटीएफ ने बड़ी सफलता हासिल की है. फर्जी दस्तावेजों के जरिये शिक्षक की नौकरी दिलाने के मामले में एसटीएफ ने तीन लोगों को लखनऊ से गिरफ्तार किया है. पुलिस अब इन तीनों आरोपियों पर अनामिका शुक्ला की ओर से उनके शैक्षिक दस्तावेजों के दुरुपयोग के संबंध में मुकदमा चलायेगी. गौर हो कि फर्जी अनामिका शुक्ला के नाम प्रयागराज, अमेठी, राय बरेली, वाराणसी, बागपत, कासगंज, सहारनपुर, अंबेडकर नगर और अलीगढ़ में स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में असली अनामिका शुक्ला के दस्तावेजों पर नौकरी ज्वाइन की थी.
अनामिका शुक्ला पर एक साथ 25 जिलों में फर्जी अभिलेखों से धोखाधड़ी कर नौकरी करने और वेतन लेने का आरोप है. अनामिका शुक्ला को कासगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. तेरह महीनों के दौरान टीचर पर कथित तौर पर एक करोड़ रुपये कमाने का आरोप लगा है.