Ganga Expressway: मेरठ से लेकर प्रयागराज के बीच बनने जा रहे गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने किया. 594 किमी लंबे गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण में 36,230 करोड़ लागत आएगी. गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ-बुलंदशहर मार्ग (NH-334) पर मेरठ के बिजौली गांव से शुरू होकर प्रयागराज बाइपास (NH-19) पर जुडापुर दांदू गांव के पास समाप्त होगा. गंगा एक्सप्रेसवे पर शाहजहांपुर में एयर फोर्स के विमानों के आपातकालीन टेक-ऑफ और लैंडिंग के लिए 3.5 किलोमीटर की हवाई पट्टी भी होगी. यह भी गंगा एक्सप्रेसवे की सबसे बड़ी खासियत है.
गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ और प्रयागराज की दूरी कम करने के साथ सुरक्षा के लिहाज से अहम है. अब जलालाबाद भारतीय सेना का नया बेस बन सकेगा. गंगा एक्सप्रेसवे में जलालाबाद के 27 गांव के हिस्से आ रहे हैं. जलालाबाद के चमरपुरा कला, पीरू, दिउरा, बढ़ोडार समेत पांच गांवों में एयर स्ट्रिप बनेगी. इसके निर्माण के लिए पांच किलोमीटर का क्षेत्र होगा. इस पर एयरफोर्स के विमान लैंड कर सकेंगे.
यूपी के गंगा एक्सप्रेसवे पर बनने वाली एयरस्ट्रिप विमान उतारे जा सकेंगे. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के अवसर पर एयरफोर्स के जवानों ने अपनी बहादुरी का प्रदर्शन किया था. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की तर्ज पर गंगा एक्सप्रेसवे पर एयरस्ट्रिप को डेवलप किया जाना है. जरुरत पड़ने पर शाहजहांपुर से पलिया के रास्ते खीरी के गौरीफंटा होते हुए नेपाल की सीमा तक आसानी से पहुंचा जा सकता है. शाहजहांपुर से नेपाल सीमा की दूरी 144 किमी है. भारतीय सेना चीन सीमा पर भी नजर रख सकेगी.
जलालाबाद से सटे फर्रुखाबाद जिले की फतेहगढ़ में सेना की छावनी है. एयर स्ट्रिप विकसित होने के बाद आपात स्थिति में फाइटर जेट्स को उतारा जा सकेगा. इसके अलावा एयर फोर्स के विमानों से सेना और हथियारों को तेजी से सीमावर्ती इलाकों तक पहुंचाया जा सकेगा. इसके लिए छह हेलीपैड बनेंगे. इनमें से एक सदर तहसील क्षेत्र में होगा. पांच हेलीपैड जलालाबाद ब्लॉक में बनाए जाएंगे.