लखनऊ. Atiq Ahmad: उमेशपाल हत्याकांड के मामले अतीक अहमद को साबरमती जेल से यूपी लाया जा सकता है, इसके लिए योगी की पुलिस रविवार की सुबह गुजरात की साबरमती जेल पहुंची है. अतीक अहमद को यूपी के प्रयागराज लाकर पूछताछ की जा सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अतीक अहमद को सड़क के रास्ते प्रयागराज लाया जा सकता है. जिसके बाद अतीक अहमद से पुलिस प्रयागराज में उमेशपाल हत्याकांड के मामले में पूछताछ करेगी. बताया जा रहा है कि अतीक अहमद को प्रयागराज लाने के लिए पुलिस शिवपुरी से झांसी होकर आएगी. पुलिस अतीक अहमद के साथ लगातार 24 से 25 घंटे तक ट्रैवल करेगी. जानकारी के अनुसार, थोड़ी देर बाद यूपी पुलिस सड़क के रास्ते से अतीक अहमद को प्रयागराज लेकर आएगी.
शुक्रवार की रात गुजरात पुलिस ने अभियान के तहत 17 जेलों में एक साथ छापेमारी की. इस दौरान 16 मोबाइल फोन, घातक वस्तुएं और मादक पदार्थ बरामद किए. बताया जा रहा है कि 1700 पुलिसकर्मी शामिल थे. अहमदाबाद जेल में बंद अतीक अहमद के आइफोन से बातचीत करके उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने का खुलासा होने के बाद गुजरात पुलिस की ओर से यह बड़ी कार्रवाई है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अतीक अहमद को लाने गयी टीम कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर रही है. इसके बाद अतीक अहमद से पूछताछ की जाएगी.
यूपी पुलिस शाम को साबरमती जेल से अतीक अहमद को लेकर रवाना होगी. दो आईपीएस और तीन डीएसपी के अलावा 40 पुलिस कांस्टेबल की टीम माफिया अतीक को प्रयागराज लाएगी. आपको बता दें कि 8 मार्च को माफिया अतीक को उमेश पाल अपहरण मामले में एमपी एमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा. कोर्ट के फैसले के बाद पुलिस दोबारा उसे अपनी कस्टडी में लेगी. कस्टडी में लेकर उमेश पाल हत्याकांड मामले में भी पूछताछ की जाएगी. प्रयागराज पुलिस ने अतीक को लाने के लिए जरूरी विधिक प्रक्रिया को पूरी कर लिया है. आपको बता दें कि 24 फरवरी 2023 को प्रयागराज के धूमनगंज में पूर्व विधायक राजू पाल हत्याकांड के इकलौते गवाह उमेश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस दौरान 2 सुरक्षाकर्मियों को भी शूटरों ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था. बताया जाता है कि इस पूरी साजिश का मास्टर माइंड अतीक अहमद है.
उमेश पाल अपहरण मामले में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद को सजा मिलना लगभग तय माना जा रहा है. दोनों भाइयों को पहली बार किसी मुकदमे में सजा मिलेगी. रविवार की सुनवाई में अभियोजन की ओर से बचाव पक्ष की बहस का जवाब दाखिल किया गया. बसपा विधायक राजू पाल हत्या मामले में गवाह उमेश पाल का 2006 में अपहरण हुआ था. अपहरण के मुकदमें में गवाही न देने के लिए उनसे जबरन हलफनामा भी ले लिया गया था. उमेश पाल ने 2007 में अपने अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था. पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था. इसी मुकदमे की पैरवी से लौटते वक्त 24 फरवरी को उमेश पाल की घर के बाहर हत्या कर दी गई थी.