कानपुर में एक मरीज में जीका वायरस के लक्षण मिलने के बाद लखनऊ तक हड़कंप मच गया है. स्वास्थ्य विभाग मरीज मिलने के बाद अलर्ट मोड में है. विभाग ने आनन-फानन में जहां मरीज मिले हैं, उसके एक किमी के एरिया में जांच करने का निर्देश दिया है. बता दें कि कानपुर में एक व्यक्ति में रविवार को जीका वायरस का लक्षण मिला था.
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उत्तर प्रदेश चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा के महानिदेशक डॉ. वेद व्रत सिंह ने कहा कि कानपुर कैंट में एक 57 वर्षीय व्यक्ति में जीका वायरस का मामला सामने आया है. मरीज की खबर मिलने के बाद हमने वहां से एक किलोमीटर के दायरे में बुखार से पीड़ित लोगों को चिन्हित कर उनकी जांच कराने के निर्देश दिए हैं.
जीका वायरस का लक्षण- बता दें कि जीका वायरस मच्छर के काटने से फैलता है. एंडीज नामक मच्छर के काटने से यह वायरस लोगों में फैलता है. हालांकि सामान्य तौर पर इससे मरीज को कोई बड़ा नुकसान नहीं होता है. मरीज में बुखार, शरीर पर लाल चकत्ते, दाने, आंखों का लाल होना, मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द, अस्वस्थता एवं सिरदर्द जैसे लक्ष्ण दिखाई देते हैं.
जीका वायरस से आमतौर पर शख्स 2 से 7 दिनों तक प्रभावित रहता है. वहीं गर्भवती महिलाएं इससे ज्यादा संक्रमित हो सकती हैं. इससे प्रभावित बच्चे का जन्म आकार में छोटे और अविकसित दिमाग के साथ होता है. खास बात यह है कि जीका वायरस से संक्रमित अधिकांश लोगों में लक्षण विकसित नहीं होते हैं.
इधर, कानपुर में मरीज मिलने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने विशेषज्ञों की एक टीम भेजने की बात कही है. मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रीय मच्छर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और नयी दिल्ली के आरएमएल अस्पताल से एक कीटविज्ञानी, सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ और स्त्री रोग विशेषज्ञ की बहु-विषयक टीम को राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों की सहायता के लिए भेजा गया है.