बिहार के मधुबनी स्टेशन पर बाहर से आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच का मामला गंभीर हो गया है. एक सप्ताह में जितनी भी जांच स्टेशन पर एंटीजन किट से की गयी है उनमें पॉजिटिव आये व्यक्त्ति की जांच जब आरटीपीसीआर से की गयी है, तो रिपोर्ट निगेटिव आ रही है.
विभाग ने पहले चरण में पॉजिटिव 48 मरीजों की दोबारा आरटीपीसीआर से जांच की तो 36 की रिपोर्ट निगेटिव आयी. इस रिपोर्ट के बाद स्वास्थ्य महकमा हैरान है. विभाग ने इस मामले में किस स्तर पर गलती हुई है, इसको लेकर पांच सदस्यीय जांच कमेटी का गठन कर दिया है.
सीएस डा. सुनील कुमार झा ने बताया है कि लगातार एक के बाद एक ट्रेन से आये मरीजों का एंटीजन से जांच में भारी संख्या में पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद विभाग भी सकते में आ गयी थी. जब इन संक्रमित पॉजिटिव मरीजों का सैंपल लेकर आटीपीसीआर से जांच की गयी, तो रिपोर्ट चौंकाने वाले थे.
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सीएस ने कहा कि स्टेशन पर जिस किट से यात्रियों की जांच की गयी, उसे 2 से 30 डिग्री सेल्सियस पर रखा गया था. जब इसी एंटीजन किट से उसी संक्रमित मरीज की पीएससी में 2 से 40 डिग्री सेल्सियस पर रखे गए किट से जांच की गयी तो रिजल्ट निगेटिव आया. यह तकनीकी खामियां जांच में बड़ी बात हो सकती है. पूरा मामला तापमान को लेकर हो सकता है.
स्टेशन पर 17,18 एवं 19 सितंबर को स्वतंत्रता सेनानी, पवन एक्सप्रेस एवं शहीद एक्सप्रेस से आये यात्रियों की एंटीजन से जांच की गयी थी. इसमें 76 यात्री पॉजिटिव पाये गये. स्वास्थ्य विभाग ने इन 76 में से 48 यात्रियों की दुबारा आरटीपीसीआर से जांच कर लैब में भेजा. इसमें से 36 यात्रियों का रिपोर्ट निगेटिव आ गया है. अन्य की रिपोर्ट आनी बाकी है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan