महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर से भूचाल के संकेत मिल रहे हैं. एक ओर एनसीपी नेता अजित पवार के बीजेपी के साथ आने की खबर चर्चा में है. तो दूसरी ओर एकनाथ शिंद और देवेंद्र फडणवीस सरकार के गिरने की अटकलें सुर्खियों में है. दरअसल पिछले दिनों उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने कहा था कि शिंदे सरकार का डेथ वारंट जारी हो चुका है. 15 से 20 दिनों में सरकार गिर जाएगी. अब सवाल उठता है कि आखिर राउत के दावे के मायने क्या हैं.
संजय राउत ने महाराष्ट्र की सरकार को लेकर क्या दिया था बयान
दरअसल शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने पिछले दिनों दावा किया था कि एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली महाराष्ट्र सरकार का डेथ वारंट जारी हो गया है और यह अगले 15-20 दिन में गिर जाएगी. राउत ने कहा कि उनकी पार्टी अदालत के आदेश का इंतजार कर रही है और उम्मीद कर रही है कि न्याय किया जाएगा. राउत ने दावा किया, मौजूदा मुख्यमंत्री और उनके 40 विधायकों की सरकार 15-20 दिन में गिर जाएगी. इस सरकार का ‘डेथ वारंट’ जारी हो गया है. अब यह तय होना है कि कौन इस पर हस्ताक्षर करेगा.
शिवसेना (शिंदे धड़े) के 16 विधायकों की सदस्यता पर सुप्रीम कोर्ट में आना है फैसला
दरअसल शिवसेना (शिंदे धड़े) के 16 विधायकों की सदस्यता पर सुप्रीम कोर्ट में फैसला अभी आना बाकी है. पिछले दिनों इस मामले में सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. कोर्ट ने उद्धव ठाकरे गुट, एकनाथ शिंदे गुट और राज्यपाल दफ्तर की दलीलें सुन लीं हैं. मालूम हो उद्धव ठाकरे गुट ने शिंदे और उनके गुट के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने का अनुरोध करते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. अगर शिंदे के खिलाफ कोर्ट का फैसला आता है, तो महाराष्ट्र की सरकार खतरे में आ जाएगी.
क्या अजित पवार बचायेंगे महाराष्ट्र सरकार
कुछ दिनों से एनसीपी नेता अजित पवार के बीजेपी के साथ जाने की खबरें भी चर्चा में है. संभावना जतायी जा रही है कि अजित पवार बीजेपी के साथ हाथ मिलाने की तैयारी में हैं .30 से 40 विधायकों के साथ वह एनसीपी के साथ बगावत कर सकते हैं. खबर तो ये भी है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद वह महाराष्ट्र की सरकार को बचाने के लिए संकट मोचक की भूमिका निभायेंगे. हालांकि पिछले दिनों उन्होंने साफ कर दिया था कि वह आखिरी सांस तक एनसीपी में ही रहेंगे.
बीजेपी ने संजय राउत को फर्जी ज्योतिष बताया
सत्तारूढ़ शिवसेना (शिंदे के नेतृत्व वाली) ने राउत को ‘फर्जी ज्योतिषी’ करार दिया और कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) में ऐसे कई नेता हैं, जो इस तरह की भविष्यवाणियां करते हैं.