Farmers Protest Against New Farm laws तीन नये कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसानों के आंदोलन को लेकर सचिन तेंदुलकर, लता मंगेशकर, विराट कोहली समेत अन्य सेलिब्रिटीज की ओर से किए गए ट्वीट की जांच महाराष्ट्र पुलिस की खुफिया विभाग करेगी. उद्धव सरकार ने इस बारे में बड़ा फैसला लिया है. महाराष्ट्र सरकार में गृह मंत्री अनिल देखमुख ने इस मामले में जांच के आदेश दिए है. महाराष्ट्र सरकार ने इन ट्वीट्स के खिलाफ इंटेलिजेंस विभाग को जांच करने के लिए कहा है. बता दें कि सचिन तेंदुलकर और लता मंगेशकर को भारत रत्न के सम्मान से भी नवाजा जा चुका है.
किसान आंदोलन के मुद्दे पर किये गये सचिन तेंदुलकर, लता मंगेशकर, विराट कोहली के ट्वीट की जांच कराये जाने को लेकर महाराष्ट्र सरकार का कहना है कि ये ट्वीट भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कहने पर किये गए थे. गौर हो कि सचिन तेंदुकर, लता मंगेशकर और विराट कोहली सहित कई जानी मानी हस्तियों ने किसान आंदोलन को लेकर ट्वीट किये थे. ये ट्वीट इंटरनेशनल स्तर पर मशहूर पॉप सिंगर रिहाना, पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग द्वारा किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट के बाद किये गये थे.
पॉप स्टार सिंगर रिहाना और पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के ट्वीट करने के बाद बॉलीवुड-खेल से जुड़ीं विभिन्न हस्तियों द्वारा ट्वीट्स किए जाने के मामले में उद्धव सरकार ने ये बड़ा कदम उठाया है. पिछले दिनों विदेश मंत्रालय द्वारा प्रतिक्रिया दिए जाने के बाद बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार, अजय देवगन, लता मंगेशकर, क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर समेत कई हस्तियों ने इन ट्वीट्स में इंडिया टुगेदर और इंडिया अगेंस्ट प्रोपेगैंडा के हैशटैग भी लगाए थे.
जानकारी के मुताबिक, इन ट्वीट्स की शिकायत कांग्रेस ने करते हुए आरोप लगाया था कि ज्यादातर ट्वीट्स का एक ही पैटर्न था. मंत्री अनिल देशमुख ने कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को यह आश्वासन दिया कि महाराष्ट्र पुलिस का खुफिया विभाग भारतीय हस्तियों के ट्वीट्स की जांच करेगा और पता करेगा कि क्या इस तरह के ट्वीट के लिए बीजेपी ने कोई दबाव डाला था.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने भी सेलिब्रिटीज के ट्वीट्स करने को लेकर सरकार पर हमला बोला था और कहा था कि केंद्र सरकार को लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर को उसके रुख के समर्थन में ट्वीट करने के लिए नहीं कहना चाहिए था और उनकी प्रतिष्ठा को दाव पर नहीं लगाना चाहिए था. राज ठाकरे ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार को अपने अभियान के लिए अक्षय कुमार जैसे अभिनेताओं का इस्तेमाल ही सीमित रखाना चाहिए.
Upload By Samir Kumar