एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है. इस्तीफा वापसी के बाद उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता था कि मेरी पार्टी मेरे इस्तीफे पर इतनी कड़ी प्रतिक्रिया देगी. कई राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने भी मुझसे अपना फैसला वापस लेने का अनुरोध किया. एक साल के भीतर आम चुनाव होने हैं. ऐसे में अलग हटना ठीक नहीं होगा. शरद पवार ने कहा कि हम विपक्ष को एकजुट करने पर काम कर रहे हैं.
I didn't realise that my party would react so strongly to my resignation. Many national-level leaders also requested me to take my decision back. General elections are due within a year. So, it will not be right to step aside. We are working on uniting the opposition: NCP chief… pic.twitter.com/lVx0SvROnY
— ANI (@ANI) May 6, 2023
कार्यकर्ताओं का अनादर नहीं कर सकता: शुक्रवार को अपनी पीसी में शरद पवार ने कहा था कि मुझे नहीं पता की मेरे इस्तीफे के बाद कार्यकर्ताओं का ऐसा रिस्पांस आएगा. उन्होंने कहा कि उनके प्यार को देखते हुए मैं उनका अनादर नहीं कर सकता है. इसलिए मैने अपना इस्तीफा वापस ले लिया. गौरतलब है कि दो दिनों की राजनीतिक हलचल के बाद शरद पवार ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया था.
अजीत पवार ने जताई खुशी: वहीं, शरद पवार की इस्तीफा वापसी पर महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता और शरद पवार के भतीजे अजीत पवार ने खुशी जताई है. अजीत पवार ने उनके फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि उनके चाचा शरद पवार का यह फैसला कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा रहा है. आने वाली समय में उनकी पार्टी और बेहतर प्रदर्शन करेगी. गौरतलब है कि शुक्रवार को जब इस्तीफा वापसी के बाद शरद पवार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे तो उनके भतीजे अजीत पवार वहीं से अनुपस्थित थे.
अजित पवार को पहले था इस्तीफे की बात का पता: शरद पवार ने कहा कि उनकी बेटी और सांसद सुप्रिया सुले ने एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष बनने के पार्टी नेताओं के सुझाव को अस्वीकार कर दिया. उन्होंने इस बात का भी खुलासा किया कि मैंने अपने इस्तीफे के बारे में अजित पवार को थोड़ा संकेत दिया था, लेकिन यहां बैठे किसी अन्य व्यक्ति को नहीं बताया. उन्होंने यह भी कहा कि किसी संगठन में किसी भी पद या जिम्मेदारी के लिए एक उत्तराधिकार योजना होनी चाहिए.