मुंबई : कोरोनावायरस जंग लड़ रहे महाराष्ट्र में राजनीतिक रस्साकशी का दौर शुरू हो गया है. बीजेपी द्वारा राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाये जाने की मांग के बाद शिवसेना और एनसीपी फ्रंटफुट पर आ गयी है, और बीजेपी पर हमला बोल दी है. इसी बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार मातोश्री जाकर सीएम उद्धव ठाकरे से मुलाकात कर रहे हैं.
शिवसेना नेता संजय राऊत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि महाराष्ट्र में सरकार को कोई खतरा नहीं है, बीजेपी के लोगों को कोरेंटिन में चले जाना चाहिए. राउत ने आगे कहा कि विपक्ष महाराष्ट्र सरकार को बॉयकॉट कर रही है. विपक्ष खुद बॉयकॉट हो जायेगी.
पवार ठाकरे की मुलाकात- शिवसेना नेता संजय राऊत ने ट्वीट कर बताया कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार और राज्य के सीएम उद्धव ठाकरे के बीच आज मुलाकात हो रही है. हालांकि सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अगर उद्धव ठाकरे जी से पवार साहब मुलाकात करते हैं तो इसमें वजह की बात क्या है? राज्य चलाने वाले दो प्रमुख नेता अगर आपस में बैठकर अगर राज्य पर चर्चा करते हैं तो मुझे लगता है इसमें किसी को तकलीफ होने जैसी कोई बात नहीं है.
राऊत ने राष्ट्रपति शासन लगाए जाने बीजेपी द्वारा मांग किए जाने पर भी सवाल दागा. उन्होंने कहा कि भाजपा अगर राष्ट्रपति शासन की बात कह रही है तो मैंने ये उनके किसी बड़े नेता के मुंह से नहीं सुना. मैंने देवेंद्र जी, अमित साहब और नितिन गडकरी जी को ये कहते हुए नहीं सुना है, ऐसे में मैं इस पर कैसे विश्वास कर लूं?
कैसे उठा विवाद- इस विवाद की नींव पिछले तीन दिनों से रखी जा रही थी. बीजेपी नेता और पूर्व सीएम नारायण राणे राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की थी, जिसके बाद से ही शिवसेना बीजेपी पर अटैक बोल दी है.
महाराष्ट्र में 52 हजार से अधिक केस- महाराष्ट्र में कोरोनावायरस के 52 हजार से अधिक केस मिले हैं. अकेले मुंबई में 25 हजार से अधिक लोग इस वायरस की चपेट में है. राज्य में कोरोनावायरस से अब तक तकरीबन 1700 लोगों की मौत हो चुकी है.