Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने रविवार को एकनाथ शिंदे गुट पर बड़ा हमला बोला है. शिवसेना का नाम और चुनाव चिन्ह फ्रीज होने के बाद उद्धव ठाकरे ने पहली बार अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 40 सिर के रावण ने प्रभु श्री राम का धनुष और बाण फ्रीज किया है. ठाकरे ने हमला जारी रखते हुए साथ ही कहा कि शिवसेना आपकी राजनीतिक माता हैं और उसी के सीने में छुरा भोंक दिया.
फेसबुक लाइव के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा, मुझे चुनाव आयोग से इस फैसले की उम्मीद नहीं थी. मैं न्यायपालिका में विश्वास करता हूं. हमें न्याय मिलेगा. 40 सिर वाले रावण ने भगवान श्री राम के धनुष को फ्रीज कर दिया. मैं दुखी हूं, लेकिन गुस्से में हूं. क्योंकि, आपने अपनी मां के सीने में छुरा घोंपा है. हिम्मत है तो बालासाहेब का नाम मत लेना. कौन हैं उद्धव ठाकरे? लोग मुझे जानते हैं, क्योंकि मेरा नाम उद्धव बालासाहेब ठाकरे है. उन्होंने कहा कि शिवसेना का गठन महाराष्ट्र के हित में मराठी लोगों के कल्याण के लिए किया गया था.
शिवसेना के गठन की कहानी साझा करते हुए ठाकरे ने कहा, शिवाजी पार्क में हमारा एक बीएचके का फ्लैट था. मेरे दादाजी ने बालासाहेब से पूछा कि क्या वह एक संगठन बनाएंगे, क्योंकि इतने सारे लोग अपनी समस्याओं को लेकर आ रहे थे. बालासाहेब ने कहा कि विचार है. बालासाहेब को प्रबोधंकर ने संगठन का नाम शिवसेना रखने को कहा था. इस तरह शिवसेना की शुरुआत हुई.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा शिंदे समूह को अपने हित में इस्तेमाल कर रही है और अपना हित पूरा होते ही उन्हें फेंक देगी. उन्होंने कहा कि शिंदे गुट से ज्यादा खुशी भाजपा को होगी कि देखो हमने आपके ही लोगों को फोड़कर आपकी शिवसेना फ्रीज करा दी. शिवसेना की एकता को तोड़कर आपको क्या मिला? शिवसेना नाम से आपका क्या संबंध है? शिंदे गुट को भी समझ में नहीं आता कि भाजपा कैसे उनका उपयोग कर रहा है. जब आपका उपयोग समाप्त हो जाएगा, तो आप भी शराब की खाली बोतल की तरह फेंक दिए जाएंगे.
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम ने कहा कि मैं निर्वाचन आयोग से मेरी पार्टी के लिए जल्द से जल्द एक चुनाव चिह्न और नाम को अंतिम रूप देने की अपील करता हूं. क्योंकि, हमें लोगों के पास जाना है और उपचुनाव का सामना करना है. मैं आयोग के फैसले से स्तब्ध हूं. लेकिन, मेरा विश्वास नहीं डगमगाया है. साथ ही शिवसेना समर्थकों पर भी मेरा भरोसा कायम है.
उल्लेखनीय है कि शिवसेना के दोनों गुटों द्वारा नाम और चुनाव चिन्ह पर दावा किए जाने की पृष्ठभूमि में एक अंतरिम आदेश जारी कर आयोग ने दोनों से कहा था कि वे सोमवार तक अपनी-अपनी पार्टी के लिए तीन-तीन नए नाम और चुनाव चिन्ह सुझाएं. आयोग दोनों गुटों द्वारा सुझाए गए नामों और चुनाव चिन्हों में से उन्हें किसी एक का उपयोग करने की अनुमति देगा. उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनके खेमे ने आयोग की अनुमति प्राप्त करने के लिए तीन नाम सुझाए हैं, जिनमें शिवसेना बालासाहेब ठाकरे, शिवसेना बालासाहेब प्रबोधंकर ठाकरे और शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे शामिल है. उन्होंने कहा कि उनके खेमे ने निर्वाचन आयोग को अपने चुनाव चिह्न के लिए त्रिशूल, उगता सूरज या मशाल के रूप में तीन विकल्प सुझाए हैं.