महाराष्ट्र में एनसीपी में बवाल जारी है. नये उपमुख्यमंत्री अजित पवार की बगावत से शरद पवार सहित पूरी पार्टी में हलचल मची हुई है. डिप्टी सीएम अजित पवार ने 40 समर्थकों के साथ एनसीपी पार्टी पर दावा ठोक दिया है, तो दूसरी ओर एनसीपी चीफ शरद पवार ने अजित पवार सहित सभी बागी 9 विधायकों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए पार्टी से निकाल दिया है. अब दोनों गुट में पार्टी कार्यालय को लेकर विवाद बढ़ गया है. नासिक में दोनों गुटों के समर्थकों के बीच जमकर हंगामा हुआ.
शरद और अजित पवार गुट के बीच जमकर हाथापाई
बताया जा रहा है कि नासिक में पार्टी कार्यालय को लेकर मंगलवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार के समर्थक आपस में भीड़ गये. दोनों गुटों के बीच जमकर हाथापाई हुई. पार्टी कार्यालय के बाहर रणक्षेत्र जैसा माहौल बन गया था और जमकर नारेबाजी भी हुई. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता अजित पवार और छगन भुजबल के समर्थकों ने महाराष्ट्र के नासिक शहर में पार्टी के नगर कार्यालय पर मंगलवार को कब्जा कर लिया. इसके बाद पार्टी प्रमुख शरद पवार के प्रति वफादारी रखने वाले नेताओं व कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया.
शरद पवार से बगावत कर अजित पवार ने शिंदे सरकार से मिलाया हाथ, डिप्टी सीएम बने
गौरतलब है कि अजित पवार ने रविवार को राकांपा से बगावत कर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. उनके साथ आठ अन्य राकांपा नेताओं ने भी एकनाथ शिंदे-भाजपा सरकार में मंत्री के तौर पर शपथ ली थी. इसे राकांपा के संस्थापक शरद पवार के लिए एक बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है. शरद पवार ने 24 वर्ष पहले राकांपा की स्थापना की थी.
#WATCH | A scuffle erupted between supporters of NCP chief Sharad Pawar and Maharashtra Deputy CM Ajit Pawar over party office in Nashik today pic.twitter.com/LvVsyomCjz
— ANI (@ANI) July 4, 2023
अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल ने शरद पवार को बताया गुरु
एनसीपी में जारी बवाल के बीच अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल ने शरद पवार को अपना गुरु बताया. अजित पवार ने एक दिन पहले मीडिया के साथ बातचीत में कहा था कि नहीं भूलना चाहिए कि शरद पवार आज भी एनसीपी के चीफ हैं. इधर प्रफुल्ल पटेल ने कहा, शरद पवार हमारे गुरु हैं. हम हमेशा उनका और उनके पद का आदर करेंगे. वह हम सभी के लिए पितातुल्य हैं. हम अनादर की दृष्टि से उनकी तस्वीर का उपयोग नहीं करते, यह वास्तव में उनके प्रति हमारा सम्मान है.