20.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बाल दिवस पर शिवसेना नेता ने तस्वीर पोस्ट कर बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत पर ली चुटकी

Children Day 2021 शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने रविवार को बाल दिवस के मौके पर एक पुरानी तस्वीर पोस्ट की है. प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा, यह उनके बचपन की एक ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर थी, जो केवल 4 दशक पुरानी है. इस पर एक यूजर ने ट्विटर पर शिवसेना नेता से पूछा, क्या यह आजादी से पहले की तस्वीर है.

Children Day 2021 शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने रविवार को बाल दिवस के मौके पर एक पुरानी तस्वीर पोस्ट की है. प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा, यह उनके बचपन की एक ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर थी, जो केवल 4 दशक पुरानी है. इस पर एक यूजर ने ट्विटर पर शिवसेना नेता से पूछा, क्या यह आजादी से पहले की तस्वीर है. बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के संदर्भ में और उनकी हालिया टिप्पणी पर उग्र विवाद कि भारत ने 2014 के बाद वास्तविक स्वतंत्रता जीती. प्रियंका चतुर्वेदी ने सहमति व्यक्त करते हुए कहा, पद्म श्री पुरस्कार विजेता के अनुसार. उन्होंने अपनी टिप्पणी में एक स्माइली भी जोड़ा.

दरअसल, प्रियंका चतुर्वेदी ने जो बचपन की तस्वीर पोस्ट की थी, वह स्पष्ट रूप से 2014 से पहले की थी. ट्विटर पर काफी सक्रिय रहने वाली शिवसेना नेता ने कहा कि कंगना के अनुसार कई लोग इसे ‘आजादी से पहले’ की तस्वीर के रूप में देखते हैं. बता दें कि बॉलीवुड अभिनेत्री की टिप्पणी के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज की गई हैं. विरोध शुरू होने के बाद से कंगना रनौत अपनी टिप्पणी का जोरदार बचाव कर रही हैं.

एक ओर जहां, राजनेताओं ने कंगना रनौत की टिप्पणी की आलोचना की है. वहीं, कांग्रेस ने कांगना से पद्मश्री वापस लेने की मांग की है. इधर, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से कंगना का पुरस्कार वापस लेने का आग्रह किया है. इन सबके बीच, अभिनेत्री कंगना ने कहा कि उन्हें पद्मश्री लौटाने की पेशकश की गई है, अगर कोई यह साबित कर सकता है कि उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों का अनादर किया है, तो पहले वे उनके सवाल का जवाब दें कि 1947 में देश की आजादी के लिए कौन सा युद्ध लड़ा गया था.

कंगना ने कहा, 1857 में सब कुछ के बारे में बहुत स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है. सुभाष चंद्र बोस, रानी लक्ष्मीबाई और वीर सावरकर जैसे महान लोगों के बलिदान के साथ स्वतंत्रता के लिए पहली सामूहिक लड़ाई लड़ी. 1857 मुझे पता है, लेकिन 1947 में कौन सा युद्ध हुआ था, मुझे पता नहीं है अगर कोई मुझे जागरूक कर सकता है, तो मैं अपना पद्मश्री वापस कर दूंगी और माफी भी मांग लूंगी. कृपया इसमें मेरी मदद करें.

Also Read: C-60 Force: जानिए गढ़चिरौली में खूंखार नक्सलियों का खात्मा करने वाले ‘क्रैक कमांडो’ टीम कैसे करती है काम

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें