मध्य प्रदेश में राज्य के उप चुनाव से पहले राजनीति फिर गर्म हो गई है, दरअसल भोपाल के क्राइम ब्रांच की टीम ने फेक वीडियो के आरोप में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. आपको बता दें इस वीडियो में शिवराज सिंह चौहान कह रहे हैं कि शराब इतनी फैला दो कि लोग पिये और पड़े रहें.
ये 9 सेकेंड का वीडियो है जिसे दिग्विजय सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट पर डाला था.
इस पर भाजपा के पूर्व विधायकों ने आरोप लगाया है कि दिग्विजय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं. भाजपा नेताओं ने इसके बाद पुलिस की अपराध शाखा में पहुंचकर उनके खिलाफ शिकायत की. और दिग्विजय सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.
जिसके बाद भोपाल के डीआईजी ने ट्वीट करके इसकी जानकारी देते हुए बताया कि दिग्विजय सिंह के खिलाफ साइबर क्राइम के आरोप में उनके ऊपर एफआईआर दर्ज कर लिया है. उनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने मुख्यमंत्री के वीडियो क्लिप से छेड़छाड़ करके उनकी छवि को खराब करने की कोशिश की है.
भाजपा के नेता और पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता के नेतृत्व में भाजपा नेताओं द्वारा भोपाल अपराध शाखा पुलिस को दी गई शिकायत में कहा गया है कि चौहान ने 12 जनवरी 2020 को तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ सरकार की आबकारी नीति के बारे में एक टिप्पणी की थी. लेकिन दिग्विजय सिंह ने जान बूझ कर उनकी छवि खराब करने की कोशिश में उनका वीडियो संपादित करके डाला है.
बता दें कि शिवराज सिंह चौहान के पुराने वीडियो को कांट छांट करके सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है. भोपाल क्राइम ब्रांच ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ आईपीसी की कई धाराओं के तहत उनके ऊपर आफआईआऱ दर्ज की है.
बता दें कि मध्य प्रदेश में 24 सीटों के उपचुनाव की बिसात बिछ चुकी है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सभी सीटों के लिए प्रभारियों की भी नियुक्ति कर दी है. उधर, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस उपचुनाव को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ते हुए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है. कांग्रेस के पक्ष में सीटों का समीकरण करने के लिए वह रणनीति तय करने में जुटे हैं.