भोपाल: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने जनता के नाम संबोधन में लव जिहाद को लेकर कहा कि प्रेम की आड़ में बेटियों की जिंदगी से खेलने वालों को सख्त सजा दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने कई मुद्दों पर काफी तीखे तेवर दिखाये.
उन्होंने कहा कि लव जिहाद बर्दाश्त नहीं करेंगे. प्रेम की आड़ में शादी और फिर धर्मांतरण की साजिश किसी भी हाल में सफल नहीं होने देंगे. हम किसी कीमत पर बेटियों को नरक में नहीं जाने देंगे. उन्होंने कहा कि हम इस पर कानून बनाने जा रहे हैं. विधानसभा के अगले सत्र में हम विधेयक ला रहे हैं और इसे पारित भी करेंगे.
उन्होंने कहा कि प्रदेश के कुछ जिलों में कोरोना का संक्रमण फिर बढ़ा है. भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, रतलाम, धार, विदिशा जिलों में अधिक सतर्कता की जरूरत है. खुशी की बात है कि वैक्सीन जल्दी आने की संभावना भी बढ़ गई है, लेकिन अभी जब-तक वैक्सीन नहीं आ जाए तब तक किसी प्रकार की ढिलाई न बरतें. सावधान रहे, मास्क लगाएं. मास्क ही अभी वैक्सीन है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन हमारा मूल मंत्र है. हमारी सरकार सज्जनों के लिए फूल से कोमल है तो दुर्जनों के लिए वज्र से कठोर है. माफिया, रसूखदार, सट्टेबाज, गुंडे-बदमाशों को छोड़ेंगे नहीं. अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि इन्हें नेस्तनाबूद करें.
पिछले दिनों इंदौर, भोपाल, मंदसौर, आगर, नीमच, जबलपुर, सतना और उज्जैन में कड़ी कार्रवाई की गई है. राज्य सरकार सीएम हेल्पलाइन और समाधान ऑनलाइन को पुन: प्रभावी ढंग से शुरू कर रही है.
प्रदेश में मिलावटखोरों को सबक सिखाने के लिए मिलावट से मुक्ति अभियान प्रारंभ किया गया है. चौहान ने कहा कि गरीबों को योजनाओं का लाभ सहजता से मिले, यह राज्य सरकार सुनिश्चित करेगी. मैदानी स्तर पर योजना का क्रियान्वयन और जनता की समस्याओं से अवगत होने के लिए मैं औचक निरीक्षण करूंगा.
चौहान ने कहा कि किसान प्रदेश की आत्मा हैं. किसानों का हर संभव ख्याल रखा जायेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी ने किसानों और कृषि की उन्नति के लिए तीन कानून बनाये हैं. इससे किसान को अपनी फसल बेचने की स्वतंत्रता मिलेगी.
चाहे वह फसल मंडी में बेचे या मंडी के बाहर बेचे. उसे घर बैठे फसल के अच्छे दाम मिलेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने गेहूं की खरीद समर्थन मूल्य पर की है. अभी धान, ज्वार और बाजरा का समर्थन मूल्य पर उपार्जन किया जा रहा है.
चौहान ने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाने का आह्वान किया. उन्होंने विकास की नई यात्रा प्रारंभ करने, लोकल को वोकल बनाने, स्थानीय भाई-बहनों द्वारा बनाई वस्तु का उपयोग करने, खरीदने और स्व-सहायता समूहों द्वारा बनाई गई वस्तुओं का उपयोग करने का आग्रह किया.
Posted by Ashish Jha