इंदौर : सेना में भर्ती को लेकर 14 जून को केंद्र सरकार की ओर से पेश की गई अग्निपथ योजना का भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बचाव करते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है. उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से अभी हाल ही में अग्निपथ योजना को लेकर दिए गए एक बयान की आलोचना की है और कहा कि वे अग्निपथ योजना को लेकर युवाओं को भड़काने का काम कर रहे हैं. भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना लागू करने की मंशा पर शुक्रवार को सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि हथियार चलाने में प्रशिक्षित युवा इस सेवा के चार साल के कार्यकाल के बाद बेरोजगार हो जाने पर आपराधिक गतिविधियों में लिप्त हो सकते हैं.
भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बघेल का यह बयान नासमझी वाला है. वह एक संवैधानिक पद पर आसीन होने के बावजूद अपने बोलों से पूर्व सैनिकों का अपमान कर रहे हैं और युवाओं का भड़काने का काम कर रहे हैं. भाजपा महासचिव ने कहा कि देश में 32 लाख पूर्व सैनिक हैं. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री किसी एक सैनिक का नाम बता दें जो अवैध गतिविधियों में शामिल हो.
अग्निपथ योजना के विरोध में दिल्ली के जंतर-मंतर पर कांग्रेस के सत्याग्रह पर विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि भारत की सबसे पुरानी सियासी पार्टी को देश की नहीं, बल्कि सिर्फ अपनी कुर्सी की चिंता है. उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि कांग्रेस केवल विरोध के नाम पर विरोध करके देश को असंतोष की आग में झोंकना चाहती है. भाजपा महासचिव ने यह भी कहा कि देश में अग्निपथ योजना पेश किया जाना कोई राजनीतिक निर्णय नहीं है.
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उन्होंने कहा कि यह योजना तीनों सेनाओं के अध्यक्षों और सेवानिवृत्त सैन्य अफसरों के विशेषज्ञ दल के सरकार को दिए सुझावों के आधार पर बनाई गई है. कारगिल युद्ध के बाद बने एक आयोग की रिपोर्ट में भी कहा गया था कि देश की सेना में शामिल सैनिकों की औसत उम्र कम होनी चाहिए. उन्होंने ने कहा कि अग्निपथ योजना के तहत सेवा के दौरान युवाओं में अनुशासन और आज्ञा का पालन करने जैसे गुणों का विकास होगा, जिसका उन्हें सेवा अवधि पूरी होने के बाद भी अपने जीवन में फायदा मिलेगा. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें भाजपा कार्यालय में सुरक्षा का इंतजाम करने के लिए पेशेवरों की सेवाएं लेनी होंगी, तो वह इसके लिए पूर्व अग्निवीर सैनिकों को प्राथमिकता देंगे.