क्या मध्य प्रदेश में एक बार फिर कांग्रेस की सरकार बनेगी ? या कांग्रेस (Congress) छोडकर भाजपा (BJP) का दामन थामने वाले नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (पूर्व केन्द्रीय मंत्री,jyotiraditya scandia) कुछ जोरदार कमाल करेंगे. देश की जनता को इसका इंतजार है और उनका यह इंतजार 10 नवंबर (Madhya Pradesh by Election 2020) को खत्म होगा. इसी बीच मध्यप्रदेश भाजपा के अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने से भाजपा की ताकत बढ़ी है.
शर्मा ने कहा कि यह भाजपा के कार्यकर्ताओं ने भी महसूस किया है और वह सभी की सभी 28 सीटों पर पार्टी की जीत सुनिश्चित करने में लग गये हैं. कांग्रेस विधायकों के एक वर्ग में विद्रोह होने से 15 माह पुरानी कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार मार्च माह में गिर गयी थी. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा की सरकार प्रदेश में बनी. कांग्रेस के आरोप कि भाजपा ने नोट की ताकत से यह उपचुनाव जनता पर थोपा है, के सवाल पर शर्मा ने कहा कि इस आरोप में कोई सच्चाई नहीं है.
भाजपा नेता ने कहा कि यह सच नहीं है. कांग्रेस सरकार गिर गयी क्योंकि इसने विकास की अनदेखी की और लोगों से किये गये वादों को पूरा नहीं किया. शर्मा ने कहा कि कांग्रेस सरकार दिग्विजय सिंह द्वारा चलाई जा रही थी, न कि मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा. कमलनाथ प्रदेश के बजाय केवल अपने निर्वाचन क्षेत्र छिंदवाड़ा पर ही ध्यान रखते थे. जब भी मंत्री, विधायक किसी काम से कमलनाथ से मिलने जाते थे तो वह उन्हें अक्सर जाने को कह देते थे क्योंकि उनके पास केवल व्यापारियों के लिये समय होता था.
शर्मा ने कहा कि कांग्रेस में रहते जब सिंधिया ने अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का मुद्दा उठाया तो कमलनाथ ने उनसे (सिंधिया) सड़क पर उतरने के लिये कह दिया. मार्च माह में कांग्रेस से त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल होने वाले विधायकों में से अधिकांश विधायक सिंधिया के समर्थक ही थे. शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के 15 माह के शासन के विपरीत चौहान के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने कोविड-19 की स्थिति और हाल की बाढ़ में राहत कार्यो को जिस प्रकार संभाला वह सराहनीय है. भाजपा सरकार ने पिछले पांच-छह माह में प्रदेश के विकास के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं.
उन्होंने कहा कि इसलिये लोग उपचुनाव में निश्चित तौर पर कांग्रेस को खारिज कर देंगे क्योंकि वे कमलनाथ-दिग्विजय की जोड़ी के शासन को किसी भी परिस्थिति में वापस नहीं आने देना चाहते हैं. शर्मा ने कहा कि लोग जानते हैं कि चौहान ने पद संभालनें के बाद कैसे कोविड-19 की स्थिति से निपटा है और लोगों ने उन्हें राहत अभियान में नावों में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते हुए देखा है. भाजपा कार्यकर्ताओं को नज़रअंदाज़ कर उपचुनाव में सिंधिया समर्थकों को टिकट दिये जाने के सवाल पर शर्मा ने कहा कि सिंधिया की पृष्ठभूमि भाजपा की है. उनकी दादी राजमाता विजयाराजे सिंधिया ने जनसंघ और भाजपा का पोषण किया. उनके पिता स्वर्गीय माधवराव सिंधिया ने जनसंघ के सांसद के तौर पर अपनी राजनीति शुरू की.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की स्थिति देखने और प्रदेश के विकास के लिये उन्होंने (ज्योतिरादित्य सिंधिया) भाजपा में शामिल होने का फैसला किया.
Posted By : Amitabh Kumar