MP Rajyasabha election 2020 : भोपाल : मध्य प्रदेश में राज्यसभा की 3 सीटों के लिए हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 2 और कांग्रेस ने 1 सीट पर जीत दर्ज की है. भाजपा से पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह सोलंकी ने जीत दर्ज की है. वहीं, कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की जीत मिली है.
राज्यसभा की 3 सीटों के लिए 4 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे. विधानसभा परिसर में शुक्रवार (19 जून, 2020) को राज्य के सभी 206 विधायकों ने मतदान किया. शुक्रवार शाम को आये परिणाम में भाजपा के दोनों प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की, वहीं कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को जीत मिली. इस जीत के साथ ही कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह का दूसरी बार राज्यसभा जाने का रास्ता साफ हो गया. जबकि कांग्रेस के दूसरे प्रत्याशी वरिष्ठ दलित नेता फूल सिंह बरैया को इस चुनाव में हार मिली है.
विधानसभा सचिवालय के अधिकारी के मुताबिक, शुक्रवार (19 जून, 2020) को विधानसभा परिसर में सुबह 9 बजे मतदान शुरू हुई थी. सुबह में भाजपा विधायक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कांग्रेस के विधायक पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ मतदान करने विधानसभा परिसर में पहुंचे. मतदान शुरू होने पर पहला मत मुख्यमंत्री चौहान ने डाला. उसके बाद प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मतदान किया. इस दौरान मास्क पहनने और सोशल डिस्टैंसिंग का सभी विधायकों ने पालन भी किया.
आंकड़ों की बात करें, तो मध्य प्रदेश विधानसभा में कुल 230 सीटें हैं, लेकिन 24 सीटें खाली होने की वजह से विधानसभा की प्रभावी संख्या 206 है. इसमें भाजपा के 107, कांग्रेस के 92, बसपा के 2, सपा का 1 तथा 4 निर्दलीय विधायक हैं.
इस चुनाव में जीत के लिए हर एक प्रत्याशी को 52 वोट की जरूरत थी. ऐसी स्थिति में भाजपा के दोनों प्रत्याशी की जीत तय मानी जा रही थी. भाजपा के एक नेता ने दावा किया कि बसपा के 2, निर्दलीय 2 और सपा के 1 विधायक के समर्थन के साथ भाजपा को कुल 112 विधायकों का समर्थन हासिल है.
मध्यप्रदेश के गृह, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मध्यप्रदेश की राज्यसभा की 3 सीटों के लिए शुक्रवार को हुए चुनाव में कांग्रेस ने फूल सिंह बरैया को दूसरी वरीयता का उम्मीदवार बनाकर इस दलित नेता को धोखा दिया है. मिश्रा ने सवाल उठाया कि कांग्रेस ने दूसरा उम्मीदवार मैदान में क्यों उतारा. जब वह जानते थे कि दूसरी सीट जीतने के लिए उनके पास पर्याप्त विधायकों की संख्या नहीं है.
दूसरी ओर, बसपा और सपा दोनों दलों के विधायकों ने भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया है. सपा के विधायक राजेश शुक्ला ने पत्रकारों से कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए अपनी इच्छानुसार भाजपा को वोट किया है. इस मामले में पार्टी की ओर से कोई दिशा-निर्देश नहीं मिला था. वहीं, बसपा के विधायक संजीव कुशवाह ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार हमारी वजह से नहीं बल्कि अपने आंतरिक मतभेदों के कारण गिरी. हमने भी अपने क्षेत्र के विकास के लिए भाजपा को वोट दिया. उन्होंने कहा कि बसपा आगामी विधानसभा उपचुनाव की सभी सीटों पर लड़ेगी.
Posted By : Samir ranjan.