कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने उज्जैन महाकाल मंदिर में दर्शन किये. इसके बाद उन्होंने मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव पर बात की. दो दिवसीय यात्रा पर एमपी पहुंचे शिवकुमार ने कहा कि देखिए, हम भावनात्मक मुद्दों पर चर्चा न करें. हम केवल विकास के मुद्दों पर चर्चा करें. भावनात्मक मुद्दों का कोई मूल्य नहीं है. उन्होंने मध्यप्रदेश में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनावों पर कहा कि मध्यप्रदेश के लोगों ने सत्ता में बदलाव का निर्णय करते हुए पूर्ण और स्पष्ट बहुमत की सरकार चुनने का मन बना लिया है. शिव कुमार ने मध्यप्रदेश की मौजूदा भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य की जनता ने ‘डबल इंजन की सरकार’ एवं ‘ऑपरेशन लोटस से बनी’ सरकार देख ली है और यह सरकार नाकाम रही है.
महाकाल मंदिर में दर्शन करने के बाद डी. के. शिवकुमार ने कहा कि महाकालेश्वर के आशीर्वाद से सरकार के रूप में कर्नाटक के लोगों की सेवा करने का मौका मिला है. मैं यहां चुनाव से पहले भी आया था. आज हम एक शानदार कार्यक्रम शुरू कर रहे हैं, कर्नाटक की सभी महिलाओं के लिए मुफ्त बसें दी जाएंगी. उन्होंने कहा कि कर्नाटक की जनता से किये सभी 5 वादों को हम लागू करने जा रहे हैं.
#WATCH | Karnataka Deputy CM DK Shivakumar offers prayers at Mahakaleshwar temple in Ujjain, Madhya Pradesh pic.twitter.com/Di53mkizoN
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) June 11, 2023
इससे पहले कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शनिवार को कहा कि सूबे की कांग्रेस सरकार ‘‘ध्रुवीकरण वाले मसलों’’ में नहीं पड़ना चाहती और वह यह अध्याय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए छोड़ती है. मध्यप्रदेश की दो दिवसीय यात्रा पर आए शिव कुमार ने इंदौर के देवी अहिल्या बाई होलकर हवाई अड्डे पर मीडिया से बात की और कहा कि हम भावनात्मक मुद्दों पर चर्चा न करें. हम केवल विकास के मुद्दों पर चर्चा करें. भावनात्मक मुद्दों का कोई मूल्य नहीं है. इससे पहले शिवकुमार ने मध्यप्रदेश के दतिया जिले में स्थित प्रसिद्ध पीताम्बरा पीठ में पूजा अर्चना की.
कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री से इंदौर हवाई अड्डे पर जब पूछा गया कि क्या राज्य की कांग्रेस सरकार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार से जुड़े अध्यायों को स्कूली पाठ्यक्रम से हटाने जा रही है? शिव कुमार ने कहा कि भारत विविधताओं से भरा देश है. हम ध्रुवीकरण वाले मसलों में नहीं पड़ना चाहते. हम यह अध्याय भाजपा के लिए छोड़ते हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या कर्नाटक में पिछली भाजपा सरकार द्वारा संघ या उससे जुड़े संगठनों को कथित रूप से सौंपी गई जमीन को वापस लेने पर विचार किया जा रहा है, तो उप मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे सभी विषय राज्य में संबंधित विभाग के मंत्री द्वारा देखे जाते हैं.
यहां चर्चा कर दें कि कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए अपने घोषणापत्र में कहा था कि वह ‘जाति और धर्म के आधार पर समुदायों के बीच नफरत फैलाने वाले’’ बजरंग दल और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) जैसे संगठनों के खिलाफ ‘‘कड़ी और निर्णायक कार्रवाई’’ करने को प्रतिबद्ध है. घोषणापत्र में कहा गया था कि इस कार्रवाई में ऐसे संगठनों के खिलाफ ‘‘प्रतिबंध’’ भी शामिल होगा.
#WATCH | …"Mahakaleshwar has given us a govt to serve, the people of Karnataka, I had come here before the election as well…today we're launching a great programme, free buses for all the women of Karnataka. We're going to implement all 5 promises that were given": Karnataka… pic.twitter.com/EuGY9zkXjq
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) June 11, 2023
यह पूछे जाने पर कि क्या राज्य की कांग्रेस सरकार की इस वादे को अमली जामा पहनाते हुए बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की कोई योजना है, शिव कुमार ने सीधा जवाब टालते हुए कहा कि कर्नाटक एक प्रगतिशील राज्य है और राज्य सरकार के लिए सूबे में शांति बनाए रखना महत्वपूर्ण है. उन्होंने हालांकि कहा कि अगर किसी भी संगठन ने सूबे में अशांति पैदा करने की कोशिश की, तो उचित कदम उठाए जाएंगे.
भाषा इनपुट के साथ