MP News PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी शनिवार को मध्य प्रदेश का दौरा किया. प्रदेश के शहडोल में पीएम मोदी ने एक जनसभा को संबोधित भी किया. पीएम मोदी का यह लगातार दूसरा मध्य प्रदेश दौरा था. अपने दौरे में पीएम मोदी ने आदिवासी जनजातियों को कई सौगात दी. अपने दौरे में पीएम मोदी ने रानी दुर्गावती गौरव दिवस समारोह का समापन किया. इसके अलावा पीएम मोदी ने बीजेपी के राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन का शुभारंभ किया. वहीं पीएम मोदी ने शहडोल में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना कार्डों के वितरण की भी शुरुआत की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक एनीमिया से देश को मुक्त करने की भी बात कही.
गौरतलब है कि एमपी में अब से करीब पांच महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में पीएम मोदी की यह यात्रा को राजनीति और चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है. चूंकि, शहडोल एक आदिवासी बहुल इलाका है और पीएम मोदी के दौरे को आदिवासी समुदाय को साधने से जोड़ा जा रहा है. बता दें, इससे पहले अप्रैल के महीने में भी पीएम मोदी मध्य प्रदेश का दौरा कर चुके हैं. पीएम मोदी ने अप्रैल में मध्य प्रदेश के भोपाल और रीवा का दौरा किया था. कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पीएम मोदी का यह चुनावी दौरा है और वो एमपी में आदिवासी समुदाय को साधने में लगे हैं.
आदिवासी समुदाय को साधने की कोशिश
चुनावी राज्य मध्य प्रदेश में बीजेपी नेताओं के लगातार दौरे हो रहे हैं. अपने दौरे में बीजेपी नेता ज्यादा से ज्यादा लोगों को साधने में लगे हैं. बता दें, एमपी में आदिवासियों की आबादी करीब डेढ़ करोड़ के लगभग है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश की आबादी में अनुसूचित जनजाति की संख्या करीब 17 फीसदी है. वहीं अनुसूचित जाति की संख्या करीब 20 फीसदी हैं. यहीं नहीं प्रदेश की विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं, जिनमें से 47 एसटी के लिए और 35 एससी समुदाय के लिए आरक्षित की गई है.
शहडोल में पैठ बनाना चाहती है बीजेपी!
पीएम मोदी ने आज एमपी के शहडोल में जनसभा समेत कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. इसके अलावा पीएम मोदी ने लोगों के साथ खाट पंचायत में भी लोगों के साथ संवाद किया. दरअसल, शहडोल आदिवासी बहुल क्षेत्र है. ऐसे में बीजेपी यहां अपनी पकड़ मजबूत करने में लगी है. साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 47 जनजातीय सीटों में से 37 पर जीत दर्ज की थी. हालांकि 2018 के चुनाव में कांग्रेस से बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि, 2020 में कांग्रेस से अलग होकर ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट के 6 मंत्रियों और 22 विधायकों के साथ कांग्रेस सरकार से अलग होकर अपना समर्थन वापस ले लिया. इसके बाद प्रदेश में बीजेपी की सरकार बन गई.
बीजेपी को मिले थे कम वोट
पिछले विधानसभा चुनाव यानी 2018 के चुनाव में बीजेपी को आदिवासियों की कम वोट मिले थे, जिसके कारण बीजेपी को प्रदेश में हार का सामना करना पड़ा था. ऐसे में बीजेपी इस बार के चुनाव में आदिवासी समाज को नजरअंदाज करने के मूड में नहीं है. गौरतलब है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 109 सीटें मिली थी. जबकि कांग्रेस के खाते में 114 सीटें आयी थी. आदिवासी बहुल क्षेत्र में कम वोटों के कारण बीजेपी हारी थी. ऐसे में पार्टी इस बार के चुनाव में आदिवासी समुदाय को साधने की हर संभव कोशिश कर रही है. इसी कड़ी में पीएम मोदी ने आज यानी शनिवार को आदिवासी बहुल क्षेत्र शहडोल में सभा कर लोगों से बात की.