मध्य प्रदेश में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं. इससे पहले जहां एक ओर राजनीतिक पारा प्रदेश का चढ़ा हुआ है, वहीं दूसरी ओर ‘यूपी में का बा’ गाना गाकर चर्चा में आईं बिहार की सिंगर नेहा सिंह राठौर ने अब चुनाव से पहले मध्य प्रदेश सरकार तंज कसा है. दरअसल,नेहा ने ‘एमपी में का बा’ गाना गाकर मध्य प्रदेश सरकार पर निशाना साधा. हालांकि, कवियत्री और गायिका अनामिका जैन अंबर ने नेहा सिंह राठौर को करारा जवाब दिया है. उन्होंने नेहा सिंह राठौर पर पलटवार किया और जवाब में ‘मामा मैजिक करत हैं’ गाना गाया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
दरअसल, नेहा सिंह राठौर ने अपने गीत के माध्यम से एमपी की शिवराज सरकार से सवाल किया है कि प्रदेश में क्या चल रहा है? इसका जवाब अनामिका जैन अंबर ने दिया है. उन्होंने एक गाने को ट्वीट करते हुए लिखा-मध्यप्रदेश, बुंदेलखंड की पावन धरा का सत्य उसको अनुभूत किए बिना नहीं जाना जा सकता… द्वार के बाहर खड़ा कोई व्यक्ति दहलीज के भीतर का सत्य क्या जाने, आईए इस धरती का वो सत्य जानें जो वहां की जनता कहती है, महसूस करती है…मामा मैजिक करत हैं…
गानों को सत्तापक्ष और विपक्ष के नेता सोशल मीडिया पर आगे बढ़ा रहे हैं. जहां कांग्रेस से जुड़े हुए लोग नेहा राठौर के गाने को वायरल कर रहे हैं तो वहीं भाजपा नेता अनामिका जैन अंबर के गानों को सोशल मीडिया लगातार शेयर कर रहे हैं. यहां खास बात यह है कि अनामिका जैन ने बुंदेली भाषा में शिवराज के फेवर में गाना गाया है. यदि आपको याद हो तो इससे पहले अनामिका जैन अंबर ने ‘यूपी में बाबा’ गाना भी गाया था.
नेहा सिंह राठौर ने अपने ‘एमपी में का बा’ गाने में शिवराज सिंह चौहान की लाड़ली बहना योजना पर कटाक्ष किया है. नेहा ने कहा था कि लाड़ली बहना को रोजगार दो-एक हज़ार रुपये नहीं है. गाने के अंत में नेहा सिंह राठौर ने विवादित पंक्तियां गाया और शिवराज सिंह चौहान की तुलना कंस और शकुनि से की है और उन्हें कलयुग का मामा करार दिया.
मध्यप्रदेश, बुंदेलखंड की पावन धरा का सत्य उसको अनुभूत किए बिना नहीं जाना जा सकता। द्वार के बाहर खड़ा कोई व्यक्ति दहलीज के भीतर का सत्य क्या जाने, आईए इस धरती का वो सत्य जानें जो वहां की जनता कहती है, महसूस करती है
“मामा मैजिक करत हैं”@narendramodi @ChouhanShivraj… pic.twitter.com/2PtMjJot4y— Anamika Jain Amber (@anamikamber) July 16, 2023
आपको बता दें कि पिछले दिनों मध्य प्रदेश के पेशाब कांड पर भड़की ‘का बा’ फेम लोकगायिका नेहा सिंह राठौर ने आपत्तिजनक मीम पोस्ट किया था. इस पोस्ट में संघ की ड्रेस पहना एक व्यक्ति ने पेशाब करता नजर आ रहा था. इस मीम के साथ उन्होंने कैप्शन दिया था ‘MP में का बा..?’ इस ट्वीट को लेकर भोपाल के हबीबगंज थाने में एफआईआर दर्ज करायी गयी. एफआईआर में दावा किया गया कि नेहा सिंह के पोस्ट का संबंध सीधी कांड से है. एफआईआर में गायिका पर आरोप लगाया गया है कि आरएसएस और आदिवासी समुदाय में शत्रुता पैदा कराने के लिए ऐसा पोस्ट किया गया.
Also Read: Video: नेहा सिंह राठौर का गाना ‘कवच ना रहे ट्रेन में, दुर्घटना भईल भारी’ हुआ वायरल, जानिए क्यों बोली- थैंक्यू?
उल्लेखनीय है कि नेहा सिंह राठौर द्वारा 16 फरवरी को एक पोस्ट साझा किया गया था जो एक मिनट नौ सेकंड का था. वीडियो में उन्होंने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की आलोचना की और कानपुर देहात की घटना पर मुख्यमंत्री के नाम का उल्लेख किया, जिसमें दो महिलाओं ने कथित रूप से अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान खुद को आग लगा ली थी. कानपुर देहात के अकबरपुर पुलिस थाने के निरीक्षक द्वारा राठौर को नोटिस भेजा गया था जिसमें कहा गया था कि ट्विटर पर पोस्ट किये गये उनके वीडियो ‘यूपी में का बा- सीजन 2’ ने ‘तनाव’ पैदा किया है. चर्चित भोजपुरी लोक गायिका नेहा सिंह राठौर को उत्तर प्रदेश पुलिस ने नोटिस भेजकर उनके ताजा गाने ‘यूपी में का बा’ पार्ट 2 पर स्पष्टीकरण मांगा था.
काय कैं….. यू॰पी॰ में बाबा
जब सबरन ने अपने मन की कई सो हमने सोची हम भी तनक बुंदेलखंडी में खरी-खरी कै दयें।#UPmebaba pic.twitter.com/4ahJddTEUJ— Anamika Jain Amber (@anamikamber) January 27, 2022
आपको बता दें कि इस साल मध्य प्रदेश में चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले भाजपा और कांग्रेस ने कमर कस ली है. भाजपा के नेता हों या फिर कांग्रेस के नेता, दोनों एक दूसरे पर कटाक्ष करने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं. पिछली बार के चुनाव की बात करें तो कांग्रेस ने भाजपा को हराया था. मध्य प्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव में 230 सीटों में से 114 सीटों के साथ कांग्रेस सबसे बड़े दल के रुप में उभरकर सामने आयी. वहीं भाजपा ने 109 सीटों पर जीत हासिल की थी.
कांग्रेस ने कमलनाथ के नेतृत्व में सरकार बनायी लेकिन मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के वफादार कई विधायकों के भाजपा में चले जाने के बाद कांग्रेस सरकार गिर गयी और शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा की सरकार फिर से बनी.