मुंगेर:जिले में बहती गंगा पूरे ऊफान पर है. बावजूद इसके ऊफनाती गंगा में ओवरलोड नाव का परिचालन जारी है. गंगा के बढ़े हुए जलस्तर में सोझी घाट एवं कष्टहरणी घाटों में ओवरलोड नौका गंगा के उसपार आ-जा रही है. जो कभी भी हादसे का कारण बन सकती है और खगड़िया वाली नौका दुर्घटना की पूर्नावृति हो सकती है. वैसे भी मुंगेर में पूर्व में यहां नौका दुर्घटना हो चुकी है. गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण कई घाटों पर लबालब पानी भरा हुआ है. जबकि दियारा क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. जिसके कारण गंगा के तटीय इलाकों के ग्रामीण पूरी तरह भयभीत हैं.
बाढ़ से बचाव को लेकर लोग अपने जरूरत के सामान सहित मवेशियों को गंगा के प्रकोप से निकालने के लिए जुगत में लग चुके हैं. लोग जैसे-तैसे सुरक्षित स्थान की ओर पहुंचने लगे है. बाढ़ से प्रभावित होने वाले ग्रामीणों के भय को नाविकों ने अपना कमाई का जरिया बना लिया है. अवैध रूप से नावों का परिचालन हो रही है. बिना किसी परहेज के क्षमता से अधिक सवारी नाव पर गंगा पार करा रहे हैं. यात्रियों की भी मजबूरी है कि उन्हें इस स्थिति में यात्रा करनी पड़ रही है. बावजूद इन नाविकों को रोकने के प्रशासनिक स्तर पर कोई इंतजाम नहीं किया गया है.
बाढ़ प्रभावित जाफरनगर पंचायत के सीताचरण से सुबह आठ बजे एक नौका बाढ़ पीड़ितों को लेकर बबुआ घाट की ओर चली. नौका पर दर्जनों महिला-पुरुष, बच्चों के साथ ही चार भैंस, भूसे आदि को भी रख लिया गया था. बीच गंगा में तेज धारा के कारण नौका के डगमगाने पर सभी भैंसें एक तरफ हो गईं, जिससे नौका पलट गई. इस दुर्घटना में रॉबिन सिंह के एक वर्षीय पुत्र अजीत कुमार की मृत्यु हो गई थी. जबकि ललन सिंह की पत्नी लालो देवी (40), पुत्री सोनी कुमारी (10), पुत्र मोहन कुमार (3) व सिताबी सिंह लापता हो गया था. जबकि अन्य लोगों को बड़े जहाज की सहायता से बचा लिया गया था.
23 अगस्त 2017 : आदर्श ग्राम टीकारामपुर गांव निवासी शंभू साह का 17 वर्षीय पुत्र सत्यम कुमार की मौत शंकरपुर गंगा घाट पर नाव गंगा में डूबने से हो गयी थी. वह मवेशी और चारा लेकर नाव से दियारा क्षेत्र से लौट रहा था. लेकिन इसी बीच नाव गंगा में डूब गयी थी.
एसडीओ खगेश चंद्र झा ने कहा कि मुंगेर में खगड़िया जैसी घटना की पुर्नावृति नहीं हो. इसे लेकर संबंधित प्रखंड के अंचलाधिकारी एवं थानाध्यक्ष को निर्देश दिया गया है कि आपदा प्रबंधन द्वारा जारी गाइड लाइन के विरूद्ध नौका परिचालन पर रोक लगाये और नियम तोड़ने वाले नाविकों पर कार्रवाई करें. वर्तमान में गंगा का जलस्तर बढ़ा हुआ है. ऐसी स्थिति में नौका के परिचालन पर रोक लगाया जाए.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya