14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Bihar News: मुजफ्फरपुर में दो और बच्चों में AES की पुष्टि, चमकी-बुखार के तीन और बच्चे किये गये भर्ती

मुजफ्फरपुर के अस्पतालों में हर दिन एइएस के लक्षण वाले मरीज आ रहे हैं. SKMCH के पीकू वार्ड में भर्ती दो बच्चों में एइएस की पुष्टि हुई. वहीं तीन चमकी बुखार के मरीज भर्ती हैं. लोगों से सावधानी बरतने के निर्देश दिये गये हैं.

मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच के पीआइसीयू वार्ड में इलाज को पहुंचे दो बच्चों में एइएस ही पुष्टि हुई है. वहीं, तीन बच्चे सस्पेक्टेड भर्ती हुए हैं. इनका ब्लड सैंपल लेकर लैब में जांच के लिए भेजा गया है. एइएस की पुष्टि हाेने वाले माधपुर देवरिया के तीन साल की मीठ्ठी कुमारी व मीनापुर के दो साल के सुभाष कुमार बताये गये हैं.

पीड़ित बच्चों में भी हाइपोग्लाइसीमिया की पुष्टि

उपाधीक्षक सह शिशु विभागाध्यक्ष डॉ गोपाल शंकर सहनी ने बताया कि पीड़ित बच्चों की रिपोर्ट मुख्यालय भेज दी गयी है. पीड़ित बच्चों में भी हाइपोग्लाइसीमिया की पुष्टि की गयी है. उनको भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया गया है.

अब तक 14 बच्चों में एइएस की पुष्टि

मुजफ्फरपुर जिले में अब तक 14 बच्चों में एइएस की पुष्टि हो चुकी है, जिसमें नौ बालक व पांच बालिका हैं. इलाज के दौरान दो बच्चों की मौत हो चुकी है. वहीं सात केस मुजफ्फरपुर के, तीन केस मोतिहारी, दो सीतामढ़ी और एक अररिया, एक वैशाली के हैं. सीतामढ़ी व वैशाली के बच्चों की मौत इलाज के दौरान हुई हैं. अन्य 11 बच्चे स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं.

Also Read: Bihar Weather: बिहार के 25 जिलों में प्रचंड लू का अलर्ट, अगले 48 घंटे की रिकॉर्ड तोड़ गर्मी बनेगी परेशानी
जिले का पहला केस

जिले का पहला केस एसकेएमसीएच के पीआइसीयू वार्ड में नगर क्षेत्र का आया था. नगर थाना के सरैयागंज के मुकेश साह के ढाई वर्षीय पुत्र अविनाश कुमार में एइएस की पुष्टि हुई थी. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ गोपाल शंकर सहनी ने बताया कि पीकू वार्ड में भर्ती कर एइएस के प्राेटोकॉल के तहत इलाज किया जा रहा है.

एइएस के 14 केस में सात पीड़ित बच्चे मुजफ्फरपुर के

एइएस (एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिड्रोंम ) से जनवरी से लेकर अप्रैल तक जो बच्चे पीड़ित हुए है, उसमें सात बच्चे जिले के पांच प्रखंड के हैं. इसमें शहरी क्षेत्र का भी एक बच्चा पीड़ित होकर पीकू वार्ड में भर्ती है. जिले के उन पांच प्रखंडों से अधिक बच्चे पीड़ित होकर पहुंच रहे हैं, जिन प्रखंडों को एइएस के लिए डेंजर जोन माना जा रहा है.

जिन दो बच्चे की मौत एइएस से हुई…

कुढ़नी, मीनापुर, मोतीपुर, पारू और बंदरा से अब तक एइएस पीड़ित होकर बच्चे एसकेएमसीएच के पीकू वार्ड में पहुंचे हैं. हालांकि अब तक जिले के एक भी बच्चे की मौत एइएस से नहीं हुई हैं. जिन दो बच्चे की मौत एइएस से हुई हैं, उसमें एक वैशाली के और दूसरा सीतामढ़ी का था.

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार एसकेएमसीएच स्थित पीकू वार्ड में पांच जिलों से एइएस पीड़ित बच्चों को इलाज के लिए भर्ती किया गया है. इसमें मुजफ्फरपुर के सात, सीतामढ़ी के दो, वैशाली के एक, मोतीहारी के तीन, अररिया का एक बच्चा शामिल हैं.

POSTED BY: Thakur Shaktilochan

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें