गांव को विकास के मुख्य धारा से जोड़ने के लिए नगर पंचायत बनाने की कवायद तेज हो गयी है. वहीं, मौजूदा नगर पंचायत और नगर परिषद को अपग्रेड करने की योजना बनी है. नगर विकास व आवास विभाग की इस पहल के बाद नगर निकायों की संख्या सूबे में 143 से बढ़कर 250 तक पहुंचने का अनुमान है. जिले से सात नये नगर पंचायत व तीन पुराने नगर पंचायत को अपग्रेड करने का प्रस्ताव भेजा जायेगा.
नगर पंचायत के लिए सकरा, सरैया, मुरौल, मीनापुर, बरुराज व कुढ़नी का तुर्की व माधोपुर शामिल हैं. इसी तरह कांटी, मोतीपुर व साहेबगंज नगर पंचायत को अपग्रेड किया जायेगा, इसके लिए सभी जगहों का नक्शा तैयार किया जा रहा है. नगर पंचायत की चौहद्दी की जांच होगी. मसलन शहर से दूरी और आसपास के इन्फ्रास्ट्रक्चर के बारे नगर आवास विभाग को रिपोर्ट भेजी जायेगी.
नगर विकास एवं विकास विभाग का मानना है कि व्यवसायिक गतिविधियाें एवं शहरीकरण के विस्तार के फलस्वरूप इन क्षेत्राें में अनियाेजित विकास काे राेकने के लिए ऐसे क्षेत्राें काे नगर निकायाें के रूप में सम्मिलित कर व्यवस्थित रूप से विकास किया जाए, उसके बाद वहां नागरिक सुविधाओं में भी वृद्धि होगी. इसी लिहाज से चिह्नित ग्राम पंचायताें की आबादी एवं दीर्घकालिक एवं अल्पकालिक कृषि मजदूराें की कुल जनसंख्या से संबंधित रिपाेर्ट भी मांगी गयी है. अंचल निरीक्षक, संबंधित हल्का कर्मचारी, प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी, प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी एवं अंचल अमीन से प्रस्ताव प्राप्त कर नजरी नक्शा के साथ विभाग को भेजेंगे.
12 हजार से अधिक आबादी वाले सौ पंचायतों को नगर पंचायत बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है. पूर्व में भी 12 हजार से अधिक आबादी वाले ग्राम पंचायतों को नगर पंचायत घोषित कर छोटे शहर के रूप में विकसित करने के लिए विभाग से निर्देश मिला था, लेकिन उस समय मामला ठंडा बस्ता में चला गया. पंचायतों के नगर पंचायत बनते विकास तेजी से होगा. विशेष सुविधाओं और महत्वपूर्ण विभिन्न विकास कार्य के लिए अतिरिक्त राशि का आवंटन जैसी सुविधाएं मिलने लगेगी.
Posted By: Thakur Shaktilochan