मुजफ्फरपुर. बीआरए बिहार यूनिवर्सिटी से संबद्ध आठ बीएड कॉलेजों में नये सत्र में नामांकन से राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने रोक लगा दी है. इसमें मुजफ्फरपुर के भी कई निजी कॉलेज शामिल है. एनसीटीई ने यह कार्रवाई कॉलेजों की तरफ से निर्धारित समय पर परफॉर्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट (पीएआर) जमा नहीं करने के कारण की है. 27 अप्रैल को एनसीटीई की 54वीं बैठक हुई थी. जिसमें कॉलेज को नए सत्र से नामांकन पर रोक लगाने का निर्देश दिया गया है. जिन आठ कॉलेजों का नाम परफॉर्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट नहीं भरने की सूची में शामिल है, यूनिवर्सिटी प्रशासन को अब इन कॉलेजों को विवि के पोर्टल से नाम हटा देना होगा.
नामांकन के लिए होने वाले ऑनलाइन आवेदन में कोई छात्र इन कॉलेजों में अप्लाई नहीं कर सके. एनसीटीई के इस निर्णय से नये सत्र में 800 सीटों की संख्या कम हो जायेगी. अब तक बीआरए बिहार विवि से 59 कॉलेजों को मान्यता प्राप्त है. जिसमें, 6300 सीटें निर्धारित है, जिस पर छात्र-छात्राओं का नामांकन होता है. इसमें शहर के सरकारी एमडीडीएम कॉलेज भी है. नये सत्र में आठ कॉलेजों के नामांकन पर लगी रोक के बाद अब 51 कॉलेजों में ही छात्रों का दाखिला होगा.
बीएड में नामांकन के लिए इस बार भी राजभवन की तरफ से सूबे में नोडल सेंटर के रूप में ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी का चयन किया गया है. एलएनएमयू ने राज्य के सभी विश्वविद्यालयों और बीएड कॉलेजों को पत्र भेजा है. इसमें कहा गया है कि यदि उन्होंने पीएआर भरा है तो इसकी रिपोर्ट के साथ नोडल विवि को पत्र भेजें. बीएड के राज्य नोडल पदाधिकारी प्रो अशोक मेहता ने बताया कि एनसीटीई के निर्देश पर कालेजों को पत्र भेजा गया है. बताया कि जिन कॉलेजों का पीएआर नहीं जमा किया होगा. उनका नाम पोर्टल से हटाया जाएगा.
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परफॉर्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट में कॉलेजों के आय-व्यय का विवरण, वेबसाइट की जानकारी, आधारभूत संरचना, शिक्षकों का विवरण से लेकर काॅलेज से जुड़ी तमाम जानकारियां देनी होती है. इसके लिए परिषद की ओर से कई बार तिथि आगे बढ़ाई गई है. बावजूद कॉलेजों ने इसपर संज्ञान नहीं लिया है. जिन कॉलेजों ने परफॉर्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट भरा है, उसकी सूची भी एनसीटीई अपने वेबसाइट पर जारी की है.