मुजफ्फरपुर: कोरोना वायरस(coronavirus) से बचाव के लिए मेडिकल कॉलेज के छात्रों को भी पहले फेज में कोरोना वैक्सीन(coronavirus vaccine) दी जायेगी. इसमें उत्तर बिहार में तीन मेडिकल कॉलेज के छात्रों को कोरोना वैक्सीन(corona ka tika) दी जायेगी. एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर, दरभंगा मेडिकल कॉलेज और गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज बेतिया में पढ़ने वाले छात्रों का डाटाबेस तैयार करने को कहा गया है. स्वास्थ्य विभाग के सचिव ने सिविल सर्जन को मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों का डाटाबेस तैयार कर सौंपने कहा गया है. सिविल सर्जन डॉ शैलेश प्रसाद सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने फ्रंट लाइन वर्कर में इन छात्रों को शामिल किया है.
कोरोना वैक्सीन के पहले फेज में जिन स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन दिया जायेगा. उसमें मेडिकल कॉलेज के छात्र भी शामिल होंगे. यह छात्र सीधे-सीधे कोरोना इलाज से जुड़े हुए हैं. सिविल सर्जन ने बताया कि फ्रंट लाइन हेल्थ वर्कर में आशा, आंगनबाड़ी सेविका व सहायक और सफाईकर्मी को भी जगह दी गयी है. सिविल सर्जन ने बताया कि जिले के सभी हेल्थ वर्कर का डाटा तैयार किया जा रहा है. इसमें वैसे हेल्थ वर्कर को सबसे पहले वैक्सीन देने में प्राथमिकता दी जायेगी जो सबसे पहले मरीजों के संपर्क में आते हैं. मसलन आशा कार्यकर्ता, एएनएम, सफाई कर्मी, मेडिकल कॉलेज के छात्रों को पहले वैक्सीन दिया जायेगा.
कोरोना वैक्सीन का टीका आम लोगों को लगाने की तैयारी स्वास्थ्य विभाग ने शुरू कर दी है. सिविल सर्जन डॉ शैलेश प्रसाद सिंह ने नई गाइडलाइन के अनुसार दूसरे फेज में आम नागरिकों को कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया जाना है. इसके लिये प्रत्येक गांव के मतदान केंद्रों को चिन्हित करने का काम शुरू कर दिया गया है.
Also Read: बिहार चुनाव में चली गाड़ियों का डेढ़ करोड़ बकाया, भुगतान नहीं होने से गाड़ी मालिकों की बढ़ी परेशानी
सिविल सर्जन ने सभी पीएचसी प्रभारियों से मतदान केंद्रों की लिस्ट, उस केंद्र के अंतर्गत वैक्सीन लेने वालों की संख्या, 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले महिला, पुरुष की संख्या, 14 साल से कम उम्र के बच्चों की संख्या समेत कुल जनसंख्या की सूची बनाकर भेजने का निर्देश दिया है. सिविल सर्जन ने बताया कि पहले फेज में फ्रंटलाइन वर्करों को कोरोना वैक्सीन का टीका दिया जाना है, जो लिमिट संख्या में उपलब्ध होगा. दूसरे फेज में आम नागरिकों को टीका दी जानी है. जिसकी तैयारी शुरू कर दी गई है. प्रत्येक मतदान केंद्र पर कैंप लगाकर आम नागरिकों को कोरोना वायरस का टीका दिया जायेगा.
पर्याप्त मात्रा में टीका उपलब्ध होने के बाद जो कैंप लगाये जायेंगे, उसमें पहले स्वस्थ लोगों को टीका दी जायेगी. सीएस ने कहा कि इसके बाद 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले वैसे बीमार लोग जिन्हें ब्लड प्रेशर, शुगर, कैंसर, टीबी जैसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं, उन को चिन्हित कर टीका लगायी जायेगी.
Posted by : Thakur Shaktilochan