बिहार में सरकारी स्कूलों में पुस्तकालय खोले जाएंगे. आज से इन सभी स्कूलों में किताबें भेजी जा रही है. अब सरकारी स्कूलों के बच्चे खाली समय में मनोरंजक व ज्ञानबर्द्धक किताबों का अध्ययन कर सकेंगे. इसके लिए जिले के प्राथमिक से प्लस टू स्तर के 3128 स्कूलों में अगले सत्र से पुस्तकालय का संचालन शुरू कर दिया जाएगा. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से जिले को कक्षावार किताबों का सेट उपलब्ध करा दिया जायेगा.
30 मार्च तक प्रखंड मुख्यालयों पर किताबें भेज दी जाएगी. सभी किताबें अप्रैल के पहले हफ्ते में स्कूलों को उपलब्ध कराने की योजना है. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने पांच प्रकाशकों के माध्यम से जिले को अलग-अलग किताबों का सेट उपलब्ध कराया है. इसमें नेशनल बुक ट्रस्ट, बिहार भवन किलकारी, ज्ञान गंगा, ज्ञान विज्ञान एडुकेयर, प्रतिभा प्रतिष्ठान और नियो लिटरेट्स एंड चिल्ड्रेन लिटरेचर मटीरियल्स बैंक सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन लैंग्वेज की पुस्तकें शामिल हैं.
बिहार शिक्षा परियोजना के जिला कार्यालय से मंगलवार से सभी प्रखंडों के प्रतिनिधि पुस्तक उठाव की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. पूर्वी अनुमंडल के तहत आने वाले पारू, साहेबगंज, सरैया, मड़वन, मोतीपुर, मीनापुर, कांटी व कुढ़नी प्रखंड के विद्यालयों के लिए मंगलवार को उठाव होगा. वहीं पश्चिमी अनुमंडल के औराई, कटरा, गायघाट, बोचहां, सकरा, मुरौल, बंदरा व मुशहरी प्रखंड के लिए बुधवार को पुस्तक का उठाव होगा.
पुस्तकों के बेहतर रख-रखाव के लिए जिले के चार शिक्षकों को ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जायेगी. इसके बाद ये शिक्षकों सभी स्कूलों के एक-एक शिक्षक को ट्रेंड करेंगे. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से सभी स्कूलों में पुस्तकालय के लिए एक-एक कमरा अलॉट करने का निर्देश दिया है, जिसमें पुस्कालय का संचालन किया जायेगा.