बिहार के जिलों में मंकीपॉक्स को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. जिसके बाद मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन उमेश चंद्र शर्मा ने जिले के सभी पीएचसी प्रभारियों व निजी अस्पतालों को निर्देश दिया है कि अगर मंकीपॉक्स के लक्षण वाले मरीज उनके यहां आये तो इसकी जानकारी तुरंत स्वास्थ्य विभाग को दी जाए.
सिविल सर्जन ने जिले के डॉक्टर, आशा और एएनएम को मंकीपॉक्स के लक्षणों के बारे में डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधियों को ट्रेनिंग देने को कहा है. सीएस ने कहा कि अभी जिले में ऐसे लक्षण वाले संदिग्ध मरीज नहीं मिले हैं. लेकिन पटना में एक संदिग्ध महिला के मिलने के बाद सभी जिलों को अलर्ट रहने को कहा गया है. वहीं पटना में मिली संदिग्ध महिला पटना सिटी के गुरहट्टा इलाके की रहने वाली है. हालांकि अभी तक पुष्टि नहीं हुई है.
नेपाल के रास्ते भारतीय सीमा में प्रवेश करने वाले विदेशी नागरिकों पर सख्त निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है. मंकीपॉक्स वायरस का लक्षण दिखने पर विदेशी नागरिकों का सैंपल एकत्र करने का भी निर्देश है. बॉर्डर पर मंकीपॉक्स के लक्षण वाले मरीज यदि मिलते हैं तो वहां तैनात डॉक्टरों की टीम सैंपल इकट्ठा कर इलाज की व्यवस्था करेगा.
डब्ल्यूएचओ ने मंकीपॉक्स को लेकर ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा कर दी है. मंकीपॉक्स को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किये जाने की बात सामने आते ही लोग इसे लेकर अलर्ट हो गये हैं. डब्ल्यूएचओ की माने तो शारीरिक संबंध बनाने से यह संक्रमण तेजी से फैलता है. इसे लेकर विशेष सावधानी बरतने की बात कही गयी है. सभी संदिग्धों की स्क्रीनिंग और टेस्टिंग करने का निर्देश स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया है.
मंकीपॉक्स एक वायरस है, जो मवेशियों से मनुष्य में फैलता है और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकता है. त्वचा, आंख, नाक या मुंह के माध्यम से यह वायरस मनुष्य के शरीर में प्रवेश करता है. पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आने से संक्रमण तेजी से फैलता है. इसको लेकर विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है.
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सिरदर्द होना
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बुखार आना
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लिंफ नोड्स में सूजन होना
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शरीर में दर्द और कमर दर्द होना
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ठंड लगना
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थकान महसूस होना
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चेहरे और मुंह के अंदर छाले होना
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हाथ-पैर में रैशेज होना