मुजफ्फरपुर: विद्यालय अवधि में फेसबुक, इंस्टाग्राम, वाट्सएप सहित किसी तरह की सोशल साइट पर सक्रियता शिक्षकों को भारी पड़ सकती है. अपर मुख्य सचिव के आदेश पर विभाग की ओर से कहा गया है कि शिक्षक विद्यालय अवधि में मोबाइल का उपयोग इमरजेंसी काल या शैक्षणिक गतिविधियों के लिए ही करें. वर्ग कक्ष में बैठकर वाट्सएप, शॉर्ट वीडियो या रील्स देखने से बचें. विभागीय आदेश में कहा गया है कि एक जुलाई से स्कूलों का निरीक्षण चल रहा है, तो शिक्षकों की उपस्थिति भी बढ़ी है. अधिकांश शिक्षक निष्ठापूर्वक काम कर रहे हैं. लेकिन, अब भी कुछ शिक्षकों के बारे में शिकायत मिल रही है कि वे वर्ग कक्ष में बच्चों को टास्क देकर खुद मोबाइल पर व्यस्त हो जा रहे हैं. ऐसे में जांच में पकड़े जाने पर इनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है.
मुजफ्फरपुर में स्कूलों के निरीक्षण में बगैर सूचना के गायब रहने वाले शिक्षकों के खिलाफ जिला स्तर से लगातार कार्रवाई हो रही है. शुक्रवार को अनुपस्थित मिले 26 शिक्षकों के वेतन पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने रोक लगा दी है. सोमवार से जिले में प्राथमिक से प्लस टू विद्यालयों का निरीक्षण अभियान चलाकर किया जा रहा है. इस दौरान दर्जनों शिक्षक बगैर सूचना के गायब पाये गये हैं, जिनका वेतन जिला स्तर से रोका गया है. बताया गया कि शनिवार को निरीक्षण के दौरान जो शिक्षक अनुपस्थित पाये गये हैं, उनकी सूची रविवार को तैयार कर कार्रवाई की जायेगी.
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वहीं मुजफ्फरपुर में समान वेतन, भत्ता सहित 15 सूत्री मांगों को लेकर कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों के कर्मियों ने शनिवार से बिहार शिक्षा परियोजना कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन अनशन शुरू किया. अनशन पर बैठे कर्मियों का कहना है कि जिला व राज्य कार्यालय से लगातार उनकी मांगों की अनदेखी की जा रही है. पूर्व में आश्वासन देकर आंदोलन खत्म कराया गया. इस बार मांग पूरी होने के बाद ही वापस काम पर लौटेंगे. कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय इंप्लाइज यूनियन की राज्य इकाई के आह्वान पर सभी जिलों में अनिश्चितकालीन अनशन शुरू किया गया है.