मुजफफरपुर. जुरन छपरा स्थित आई हॉस्पीटल में ऑपरेशन के नाम पर नकद राशि जमा कर पर्ची कटाने वाले 30 रोगियों को अस्पताल प्रबंधन एसकेएमसीएच नहीं पहुंचा पाया. आई हॉस्पीटल में जब मरीजों को जानकारी मिली कि मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने के बाद कई मरीजों की इंफेक्शन की वजह से आंख निकालनी पड़ी है, तो सभी बिना कुछ कहे घर निकल गये.
डीढीही चंदबारा शिवपुरी के राजू राज ने बताया कि सीएस का आदेश आया कि सभी को एसकेएमसीएच भेज कर ऑपरेशन कराये. आई हॉस्पीटल मे ऑपरेशन नही होगा. इसके लिये एंबुलेस भी आ गया. लेकिन, परिजनों को जानकारी मिली कि पहले जिन 65 लोगों का ऑपरेशन हुआ था, उसमें से कई की आंखे निकालनी पड़ी.
यह सुनते ही परिजन अपने मरीज को लेकर घर चले गये. शिवपुरी के अमन कुमार ने बताया कि उनकी आंख मे हल्का दर्द है. वह घर पर है. एसकेएमसीएच या निजी अस्पताल में दिखायेंगे. उन्होनें कहा कि ऑपरेशन के नाम पर तीन हजार पांच सौ रुपये ली गयी थी, उसे लौटाया नही गया है.
मंगलवार को सुबह नौ बजे आंख मे दवा डाल कर रखा गया था. शाम मे जब चार बजे तक आपरेशन नही हुआ तो सभी ने हंगामा करने के बाद सीएस कार्यालय में शिकायत की. उसके बाद सीएस ने अस्पताल प्रबंधन को तत्काल अपनी देखरेख मे एसकेएमसीएच में भेजने का निर्देश दिया.
सीएस ने एसकेएमसीएच के अधीक्षक डा.बीएस झा से भी बातचीत कर उनसे मरीजों की जांच कर आपरेशन कराने की पहल की. बावजूद इसके शाम में अस्पताल प्रबंधन की ओर से मरीज को रोक कर रखा गया. सीएस डा. विनय कुमार शर्मा ने बताया कि एसकेएमसीएच में मरीज नही पहुंचे. इस संबंध मे भी अस्पताल प्रबंधन से जवाब मांगा जायेगा.
गौरतलब है कि जूरन छपरा स्थित मुजफ्फरपुर आइ हॉस्पिटल मे 65 रोगियो की सर्जरी की गई थी. मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद रोशनी गंवाने वाले 15 से अधिक लोगों की आंख एसकेएमसीएच में निकाली गयी. ऑपरेशन से हुए इंफेक्शन के कारण मरीजों की आंखें निकाली गयी है.
Published By: Thakur Shaktilochan