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NIA ने पूर्वी चंपारण में नामचीन लोगों की हत्या की साजिश को किया विफल, 8 जगहों पर छापेमारी में गोला-बारूद बरामद

पीएफआइ के नेता और कैडर हिंसक और गैरकानूनी गतिविधियों के लिये पटना के फुलवारीशरीफ इलाके में इकट्ठे हुए थे. इस मामले में 12 जुलाई को थाना फुलवारीशरीफ में कांड दर्ज किया गया था. इसी मामले में एनआइए द्वारा छापेमारी की जा रही है.

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने पूर्वी चंपारण में आठ स्थानों पर छापेमारी कर रविवार को पटना के फुलवारी शरीफ टेटर मॉड्यूल से जुड़े दो लोगों को गिरफ्तार कर कुछ नामचीन लोगों की हत्या और सांप्रदायिक सद्भाव को भंग करने की साजिश को विफल कर दिया है. गिरफ्तार अभियुक्त कुछ बड़े लोगों की हत्या को अंजाम देने की फिराक में थे. टारगेट पूरा करने के लिए रेकी कर हथियार और गोला बारूद जमा कर लिया गया था. यह हथियार और गोला-बारूद पीएफआई ट्रेनर याकूब को सौंपे गए थे, जो पीएफआई कैडरों के लिए प्रशिक्षण सत्र आयोजित कर रहा था. अभी तक की तलाशी के दौरान कई डिजिटल उपकरण जब्त किए गये हैं. मामले में जांच की जा रही है.

एनआइए ने रविवार को दी जानकारी

एनआइए ने बताया कि फुलवारी शरीफ पीएफआई मामले में एनआइए ने बिहार के मोतिहारी से कई जगहों पर छापेमारी की और दो को गिरफ्तार किया. चार फरवरी को पूर्वी चंपारण में लक्षित हत्याओं को अंजाम देने के लिए पीएफआई कैडरों द्वारा रची गई साजिश को विफल करने के लिए आठ स्थानों पर छापेमारी करने के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया. हथियार और गोला-बारूद पीएफआई ट्रेनर याकूब को सौंपे गए थे, वह पीएफआइ कैडरों के लिए प्रशिक्षण सत्र आयोजित कर रहा था.

कुछ दिन पहले, पीएफआई के ट्रेनर याकूब ने एक अपमानजनक और भड़काऊ फेसबुक वीडियो पोस्ट किया था, जिसका उद्देश्य शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को भंग करना था. फेसबुक के अन्य यूजर्स ने इस पोस्ट पर आपत्तिजनक कमेंट और ट्रोल किया था. फरार आरोपी याकूब और दो गिरफ्तार आरोपियों ने उनमें से कुछ की पहचान की थी. लक्षित व्यक्ति की हत्या को अंजाम देने की साजिश रची थी.

गौरतलब है कि पीएफआइ के नेता और कैडर हिंसक और गैरकानूनी गतिविधियों के लिये पटना के फुलवारीशरीफ इलाके में इकट्ठे हुए थे. इस मामले में 12 जुलाई को थाना फुलवारीशरीफ में कांड दर्ज किया गया था. बाद में इस मामले को 22 जुलाई को एनआईए द्वारा फिर से पंजीकृत कर कार्रवाई की गयी. इससे पहले इस मामले में चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था. पीएफआई से संबंधित कई आपत्तिजनक लेख – दस्तावेज जब्त किए गए थे.

जितौरा से रिश्तेदार के यहां छिपे संदिग्ध इरशाद आलम को भी पकड़ा

एनआइए ने शनिवार की रात मधुबन के जितौरा से रिश्तेदार के यहां छिपे संदिग्ध इरशाद आलम को भी पकड़ा है. वह चकिया के हरपुर किशुनी का रहने वाला है. उसकी दो दिनों से तलाश थी. वह लगातार ठिकाना बदल रहा था. इरशाद काे एनआइए पीएफआइ के अन्य सक्रिय सदस्यों तक पहुंचने की बड़ी कड़ी मान रही है. उनकी निशानदेही पर ताबड़तोड़ छापेमारी चल रही है. इरशाद जितौरा गांव में किराना व्यवसायी रिंकू अंसारी के घर में छुपा हुआ था, जो वार्ड नंबर छह में पड़ता है.

रिंकू का कहना है कि इरशाद उसका चचेरा साला है. रिंकू की पुत्री इंटर की परीक्षा दे रही है, उसे परीक्षा दिलवाने इरशाद मेहसी लेकर गया था. द्वितीय पाली में परीक्षा के कारण इरशाद उसकी पुत्री को अंधेरा होने पर जितौरा लेकर आया. रात होने के कारण घर पर ठहर गया. देर रात में काफी संख्या में पुलिस वाले आये. उसे पकड़ कर ले गये. पूछने पर बताया कि बहुत जल्द पता चल जायेगा. रिंकू का कहना है कि वह बीमार रहता है. छोटी सी किराना दुकान चला परिवार का पालन-पोषण करता है.

रिंकू के घर से उसके चचेरे साला इरशाद के पकड़े जाने से इलाके में चर्चाओं का बाजार गर्म है. उससे एनआइए व पुलिस के वरीय अधिकारी पूछताछ में लगे हैं. छापेमारी में एनआइए के अलावा मधुबन, पकड़ीदयाल, पताही, मुफस्सिल, पिपराकोठी, चकिया व मेहसी थाने की पुलिस शामिल थी. पकड़ीदयाल में भी शनिवार रात एनआइए की टीम ने छापेमारी की, लेकिन कोई विशेष उपलब्धि नहीं मिली है.

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