मुजफ्फरपुर. बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के पीजी फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा का शेड्यूल रेलवे के एनटीपीसी द्वितीय चरण की परीक्षा से टकरा गया है. इससे छात्र असमंजस में हैं. छात्रों का कहना है कि रेलवे ने पहले से ही 15 से 17 जून का समय दिया था, जिसकी वे तैयारी कर रहे थे. इस बीच विश्वविद्यालय ने पीजी सत्र 2020-22 के फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा का शेड्यूल जारी कर दिया, जिसमें 15 से 28 जून तक परीक्षा होनी है. छात्रों का कहना है कि रेलवे ने एनटीपीसी के लिए दूसरे राज्यों में केंद्र बनाया है. इसलिए छात्र चाह कर भी दोनों परीक्षाओं में शामिल नहीं हो सकेंगे.
रेलवे की परीक्षा को लेकर काफी तैयारी की है, तो पीजी की परीक्षा के लिए भी सालभर से इंतजार है. इस साल सत्र पूरा होना था, लेकिन अभी पहले सेमेस्टर की परीक्षा होगी. ऐसे में दोनों ही महत्वपूर्ण है. यदि परीक्षा विभाग पीजी परीक्षा की तिथि पांच दिन आगे बढ़ा दे, तो वे दोनों परीक्षाओं में शामिल हो सकेंगे. छात्रों का कहना है कि किसी भी विश्वविद्यालय में किसी भी कोर्स की परीक्षा का कार्यक्रम जारी किया जाता है, तो यह ध्यान में रखा जाता है कि उस अवधि में किसी भी प्रतियोगी परीक्षा का आयोजन न हो रहा हो. यदि हो भी रहा हो, तो एक तिथि को दोनों परीक्षा न पड़े. लेकिन बिहार विश्वविद्यालय के अधिकारियों को छात्रों के हित से कोई मतलब नहीं है.
पीजी सत्र 2020-22 के प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा का शेड्यूल जारी हो गया, लेकिन कई छात्र अब तक परीक्षा फॉर्म नहीं भर सके हैं. छात्र नेता रंजन कुमार ने ऐसे छात्रों के लिए एक दिन का समय देेने की मांग की है. यह सत्र अभी ही दो साल विलंब हो चुका है और सभी परीक्षाएं बाकी हैं. इस कारण विवि प्रशासन अविलंब परीक्षा कराना चाह रहा है. पिछले हफ्ते फॉर्म भरने व सुधार के लिए पोर्टल खोला गया था. इसके बाद भी कई छात्रों के फॉर्म नहीं भरने की शिकायत मिल रही है. वहीं पीजी सहित स्नातक की भी कई परीक्षाओं का विवि पर दबाव है.
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पीजी फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा 15 से बढ़ाकर 20 जून से कराने की मांग को लेकर छात्रों ने गुरुवार को परीक्षा नियंत्रक और प्रोवीसी से मुलाकात की. छात्रों का आरोप है कि परीक्षा नियंत्रक ने परीक्षा तिथि आगे करने से इनकार कर दिया. इसके बाद छात्रों के साथ छात्रनेता पुष्कर सिंह व अभिनव राज आदि ने प्रोवीसी से मिलकर छात्रों की समस्या के साथ-साथ परीक्षा नियंत्रक के अमर्यादित व्यवहार से अवगत कराया.
पुष्कर सिंह ने कहा कि 15 जून से 17 जून तक जब रेलवे एनटीपीसी के द्वितीय चरण की परीक्षा निर्धारित है, तो परीक्षा नियंत्रक का इसी तारीख से स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर का कार्यक्रम जारी करना छात्र विरोधी रवैये को दर्शाता है. अभिनव राज ने कहा कि छात्र कड़ी मेहनत कर रेलवे एनटीपीसी की सीबीटी-1 परीक्षा पास किये हैं. दोनों परीक्षाओं की तिथि टकराने से छात्र असमंजस में हैं. प्रभात मिश्रा ने कहा कि हर हाल में परीक्षा तिथि बढ़ानी होगी. मौके पर अभिषेक कुमार, सत्या शाही, मुकेश कुमार, राजू कुमार, प्रणय कुमार आदि छात्र उपस्थित थे.
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