मुजफ्फरपुर. स्मार्ट मीटर और गलत बिलिंग पर गुरुवार की सुबह करीब 11 बजे एक बार फिर बिजली उपभोक्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा. विद्युत आपूर्ति अवर प्रमंडल सरैयागंज के 3693 उपभोक्ताओं की बिजली कटने पर सैकड़ों की संख्या में लोग सड़क पर उतर आये. माइनस में बिल जाने पर तिलक मैदान स्थित बिजली कार्यालय में तोड़फाेड़ कर आगजनी की. कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया गया. उन्हें कार्यालय में ही बंधक बना दिया. काउंटर के शीशा और कंप्यूटर की बोर्ड को तोड़ कर सड़क पर फेंक दिया. इसके बाद आक्रोशित लोगों ने सरैयागंज टावर को जाम कर दिया. करीब चार घंटे तक जमकर बवाल काटा. टावर चौक के सभी मुहाने को बांस-बल्ला लगाकर जाम कर दिया. बंदी वाहन को भी गुस्साये लोगों ने घेर लिया. करीब 20 मिनट तक वाहन बंदियों को लेकर जाम में फंसा रहा. आक्रोशित लोगों ने बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. स्मार्ट मीटर को वापस लेने की मांग की.
जाम का आलम ऐसा था कि दोपहर 12 बजे तक शहर की सभी प्रमुख सड़कें जाम की चपेट में आ चुकी थीं. गली-मोहल्ले में भी बाइक और इ-रिक्शा के आने-जाने से जाम हो गया. पहले तो पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं मानने पर कड़ी चेतावनी देते हुए बिल में सुधार का आश्वासन के बाद दोपहर तीन बजे जाम हटाया. इसके बाद सरैयागंज टावर पर यातायात सुचारू हो सका. बिजली विभाग की ओर से नगर थाना में तोड़फोड़ और क्षति को लेकर आवेदन दिया है. नगर पुलिस ने कहा कि आवेदन मिला है. कानूनी कार्रवाई हो रही है.
लोगों का कहना था कि अचानक सुबह करीब साढ़े 10 बजे सरैयागंज इलाके के उपभोक्ताओं का स्मार्ट मीटर का बिल माइनस में चला गया. इसके बाद बिजली स्वत: कट गयी. कस्टमर केयर को कॉल किया गया. लेकिन, वहां से किसी प्रकार की मदद नहीं मिली. इसके बाद सरैयागंज इलाके के उपभोक्ता एक साथ दर्जनों की संख्या में तिलक मैदान रोड स्थित बिजली कार्यालय पहुंचे और अपनी पीड़ा सुनाई.
वहां मौजूद कर्मियों ने डांट-फटकार कर लोगों को बाहर निकाल दिया. इससे लोग आक्रोशित हो गये. कर्मियों के साथ नोकझोंक करने लगे. इस पर एक कर्मी ने उपभोक्ताओं को अपशब्द कह दिया. इसके बाद लोगों का गुस्सा भड़क गया और वे कार्यालय में हंगामा करने लगे. देखते ही देखते लोग तोड़फोड़ पर उतर गये. कर्मियों को कमरे में बंधक बना लिया और तिलक मैदान रोड को आगजनी कर जाम कर दिया. यहां सुनवाई नहीं होने के बाद लोग सरैयागंज टावर चौक पर पहुंच कर बवाल काटा.
हंगामे में शामिल लोगों का कहना था कि स्मार्ट मीटर को रिचार्ज कराने के बाद भी जरूरत से अधिक राशि कट रही है. शिकायत करने पर कोई सुन नहीं रहा है. अचानक से अधिक पैसे कट जा रहे हैं. इससे परेशानी बढ़ गयी है. सब काम छोड़ कर बिल रिचार्ज के चक्कर में भटकना पड़ रहा है. नगर थाना के अपर थानेदार दारोगा ओमप्रकाश ने बताया कि हंगामे की सूचना पर पुलिस पहुंची थी. बातचीत कर लोगों को शांत कराया गया.
शहर के अखड़ाघाट निवासी उपभोक्ता गोविंद कुमार शर्मा ने बताया कि वे 25 हजार का रिचार्ज करते हैं. कुछ दिन पहले उन्होंने रिचार्ज कराया था. सुबह में उठे, तो देखा कि बिल डेढ़ लाख माइनस में है. ब्रह्मपुरा की मीनाक्षी कुमारी ने बताया कि उनकी कॉस्मेटिक दुकान है. उनका बिल तीन हजार से अधिक माइनस में चला गया. अन्य उपभोक्ताओं ने भी बताया कि उनलोगों का 500 से 1000 रुपये से अधिक रुपये माइनस में बिल चला गया. रिचार्ज करते ही बिल माइनस में चला जा रहा था.
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विद्युत आपूर्ति प्रमण्डल मुजफ्फरपुर (शहरी-1) के विद्युत कार्यपालक अभियंता ने तिलक मैदान कार्यालय में तोड़फोड़ के बाद मामले को लेकर गुरुवार को अपना पक्ष रखा. कहा कि विद्युत आपूर्ति प्रमंडल मुजफ्फरपुर (शहरी-1) अंतर्गत विद्युत आपूर्ति अवर प्रमंडल सरैयागंज के उपभोक्ताओं की बिलिंग होने के सात दिन बाद ऐसे उपभोक्ता जिनके द्वारा डिफरमेंट की राशि जमा नहीं की गयी है, उनका स्वतः विद्युत संबंध विच्छेदित हो गया.
बताया कि विद्युत आपूर्ति अवर प्रमंडल कार्यालय तिलक मैदान रोड में विपत्र की जानकारी के लिए कार्यालय कक्ष में लोगों की भीड़ जमा हुई. विभागीय पदाधिकारी एवं कर्मियों द्वारा एक-एक कर इसका समाधान किया जा रहा था. इस बीच कुछ उपद्रवी लोगों ने हल्ला-हंगामा शुरू कर दिया गया. कार्यालय कक्ष के दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ की गयी. कार्यालय में तोड़फोड़ एवं सरकारी संपत्ति को नष्ट किया गया. प्राथमिकी नगर थाना में दर्ज करायी गयी है.
दोपहर तीन बजे तक 3693 उपभोक्ता जिनका डिफरमेंट राशि भारित होने के कारण विद्युत संबंध विच्छेदित हुआ था, उसमें 2250 उपभोक्ता ने रिचार्ज कर अपना विद्युत संबंध जारी करा लिया है. सभी उपभोक्ता जिनको डिफरमेंट से संबंधित राशि की सूचना उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर दी गयी है. उनसे पुनः अनुरोध है कि आवश्यक राशि डिस्कनेशन तिथि से पूर्व बैलेंस रखना सुनिश्चित करें, ताकि बिजली बाधित होने से बचा जा सके.