बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक राज्य की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं. लेकिन इसी बीच मुजफ्फरपुर से एक ऐसा मामला सामने आया, जिसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी को एक स्कूल के आदेशपाल समेत 15 शिक्षकों पर एक साथ कार्रवाई करनी पड़ी. यह कार्रवाई एक अभिभावक द्वारा विभाग के अधिकारियों को सूचना देने के बाद की गई.
एक साथ 15 शिक्षक चले गए थे छुट्टी पर
यह पूरा मामला मुजफ्फरपुर के बलिराम उच्च माध्यमिक विद्यालय सकरा का है. इस स्कूल में 30 दिसंबर को एक साथ 15 शिक्षक छुट्टी पर चले गये, जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई ठप हो गयी. अब जब स्कूल में शिक्षक नहीं थे, तो बच्चे भी क्या करते स्कूल से वापस लौटने लगे, तब एक अभिभावक ने शिक्षकों के अनुपस्थित होने की शिकायत डीइओ से कर दी. इसके बाद डीइओ ने मामले की तुरंत जांच कराई और फिर प्रभारी प्रधानाध्यापक सहित सभी शिक्षकाें का एक दिन का वेतन स्थगित करते हुए स्पष्टीकरण की मांग कर दी है.
10 प्रतिशत से अधिक शिक्षकों का अवकाश स्वीकृत न करने का आदेश
जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीइओ) अजय कुमार सिंह ने इस संबंध में बताया कि 28 दिसंबर को ही उनके स्तर से सभी प्रधानाध्यापकों को स्पष्ट निर्देश दिया गया था कि किसी भी परिस्थिति में 10 प्रतिशत से अधिक शिक्षकों का अवकाश स्वीकृत न किया जाए. लेकिन, बलिराम उच्च माध्यमिक विद्यालय उनके आदेश की अनदेखी करते हुए विद्यालय के 14 शिक्षक व एक आदेशपाल को अवकाश दे दिया गया, जबकि एक शिक्षक ब्रह्मदेव ठाकुर के कॉलम में कार्यालय कार्य लिखा गया था.
प्राचार्य ने बताया – 16 शिक्षक हैं अवकाश पर
दरअसल, अभिभावक पिंटू पंडित ने डीइओ के मोबाइल पर मैसेज भेजकर बताया था कि शिक्षकों के अनुपस्थित रहने के कारण बच्चे स्कूल से वापस लौट रहे है. उनकी शिकायत पर डीइओ ने प्रभारी प्रधानाध्यापक ओम प्रकाश से जब इस संबंध में पूछा तो बताया गया कि 16 शिक्षक अवकाश पर हैं.
पंजी के अनुसार 14 शिक्षक व एक आदेशपाल अवकाश में थे
इसके बाद व्हाट्सएप के माध्यम से शिक्षक उपस्थिति पंजी व दैनिक पाठ्य तालिका की छायाप्रति मंगवाई गई. उपस्थिति पंजी के अनुसार 14 शिक्षक व एक आदेशपाल अवकाश में थे. वहीं एक शिक्षक कार्यालय कार्य से बाहर गये थे. हालांकि पांच दिन बाद भी विद्यालय से दैनिक पाठ्य तालिका उपलब्ध नहीं करायी गयी.
इन शिक्षकों पर हुई कार्रवाई
इस मामले में डीइओ ने प्रभारी प्रधानाध्यापक ओमप्रकाश के साथ ही शिक्षक विनीता कुमारी, मिथलेश कुमारी, संजू कुमारी, मधुलिका भूषण, मंजर हसन, रूपम कुमारी, वीणा कुमारी, संजीव कुमार शर्मा, ब्रह्मदेव ठाकुर, ममता तिवारी, राजीव रंजन, संजय चंद्र मिश्र, नंदन कुमार व त्रिलोक कुमार के साथ आदेशपाल का 30 दिसंबर का वेतन स्थगित कर दिया है.
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आरा में दो स्कूलों के प्रधानाध्यापकों सहित शिक्षकों का एक दिन का वेतन स्थगित
इधर, भोजपुर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने प्राथमिक शिक्षा एवं सर्व शिक्षा अभियान में मंगलवार को आदर्श मध्य विद्यालय मीरगंज एवं उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिंगही कला का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान मिशन दक्ष के दिशा निर्देश का अनुपालन नहीं किये जाने को लेकर दोनों विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों सहित सभी शिक्षकों के दो जनवरी का वेतन स्थगित करते हुए स्पष्टीकरण की मांग की है.
इस वजह से हुई कार्रवाई
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा आदर्श मध्य विद्यालय मीरगंज तथा उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिगही कला के प्रधानाध्यापक से पूछे गये स्पष्टीकरण में कहा गया है कि दो जनवरी के आपके विद्यालय के औचक निरीक्षण के क्रम में मिशन दक्ष का रजिस्टर संधारित नहीं पाया गया है, जिसके कारण बच्चों के प्रगति का अवलोकन नहीं किया जा सका, जो मिशन दक्ष के दिशा निर्देश का उल्लंघन व लापरवाही का घोतक है.
मांगा गया स्पष्टीकरण
ऐसे में मिशन दक्ष के क्रियान्वयन में गुणात्मक सुधार करते हुए तीन दिनों के अंदर इस संबंध में अपना स्पष्टीकरण दें. साथ ही आपके विद्यालय के सभी शिक्षकों का तत्काल प्रभाव से दो जनवरी का वेतन स्थगित किया जाता है. डीटीओ के इस कार्रवाई से शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है.
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