बिहार कांग्रेस की तरफ से राजगीर में नव संकल्प शिविर आयोजित की गई. यहां कांग्रेस प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास ने दो दिवसीय नव संकल्प शिविर का उद्घाटन करते हुए कहा की कांग्रेस एक समूह वाली पार्टी है. संगठन की मजबूती सबसे अहम है. प्रखंड से लेकर मंडल स्तर तक इकाई का गठन किया जायेगा, उसमें जो कार्यकर्ताओं की राय निकलकर आयेगी उसे राष्ट्रीय नेतृत्व के पास पहुंचाया जायेगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस शक्तिशाली होने के बाद भी सत्ता में पीछे रह जाती है. शिविर में आत्ममंथन होगा.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि शिविर में पार्टी की मजबूती के लिए बात होगी. यहां से जो विचार छनकर आयेगा, उसे राष्ट्रीय नेतृत्व के पास भेजा जायेगा. बिहार में भाजपा-जदयू के संबंध अच्छे नहीं हैं. इस कारण भाजपा व जदयू का गठबंधन कभी भी टूट सकता है.
पूर्व महासचिव सह वरीय कांग्रेस नेता डॉ. शकील अहमद ने कहा कि कांग्रेस का संवाद लोगों को जोड़ना है. इससे पहले पिछले महीने उदयपुर में नव संकल्प शिविर हुआ था. जहां राष्ट्रीय नेतृत्व ने यह फैसला लिया था कि एक व दो जून को पूरे देश भर में राज्यस्तरीय नव संकल्प शिविर होगा. उदयपुर में शिविर में भारत जोड़ों का नारा दिया गया था. उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 में किसानों की जो आमदनी थी, अब 34 प्रतिशत कम हो गयी है. एक साल तक किसान सड़क पर बैठे रहे. जिसमें 700 से अधिक किसानों की मौत हो गयी. हालांकि सरकार ने हार मानकर किसान विरोधी बिल को वापस लिया. इसके बाद भी प्रधानमंत्री मोदी ने इन किसानों के प्रति श्रद्धांजलि तक नहीं दी. जिस तरह अंग्रेजों ने 1857 में पूरे भारत पर कब्जा कर लिया था और अपना शासन को बढ़ाना चाहते थे. लोगों में फूट डालकर राज करना चाहते थे. ठीक उसी तरह भाजपा भी देश के लोगों में फूट डालकर अपने शासन को बढ़ाना चाहती है.
सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि देश से तब तक आरएसएस व भाजपा का खात्मा नहीं होगा, तब तक देश का विकास नहीं हो सकता है. इस अंजाम को पहुंचाने तक कांग्रेस छोटे दलों से समझौता करेगी. उन्होंने कहा कि यहां पर शिविर में जो बातें आयेगी उस पर अंतिम मुहर राष्ट्रीय नेतृत्व का ही होगा. लोगों को आपस में जोड़ना है. अपने पुराने गौरव को वापस पाना है.
राजगीर में आयोजित नव संकल्प शिविर में छह समितियां बनायी गयी है. हर समिति में 50 सदस्य शामिल होंगे. ये लोग अपनी बातों को रखेंगे. इसको राष्ट्रीय नेतृत्व के पास पहुंचाया जायेगा. इस शिविर में समाज, कृषि, राजनीतिक समीकरण सहित अन्य मुद्दों पर ये खुलकर अपनी राय देंगे.
इस मौके पर सांसद अखिलेश कुमार सिंह, सांसद मो. जावेद, विधायक शकील अहमद खान, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. शकील अहमद, पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा, वरीय कांग्रेस नेता प्रो. शशिकांत प्रसाद, विधायक राजेश राम, केकेसी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमित कुमार पासवान, इंटक के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह, विधायक नीतू सिंह, विधायक पूनम पासवान, आर्थिक समूह के अध्यक्ष आनंद माधव, संगठन समूह के सह अध्यक्ष डॉ. शशि कुमार सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय उपाध्याय, प्रेमचंद्र मिश्रा, कृपानाथ पाठक, श्याम सुंदर सिंह धीरज, बृजलाल खबरी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार, कांग्रेस नेता श्यामदेव राजवंशी सहित अन्य मौजूद थे.