नकली का खेल: 11000 रुपये की विदेशी शराब सिर्फ 250 रुपये में हो रही तैयार
इन नकली शराब की बोतलों की लेबलिंग और पैकेजिंग ऐसे की जाती थी की यह पता ही नही चलता था की ब्रांडेड शराब ना होकर ये नकली शराब है.
लुधियाना के जोधन पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों की शराब में मिलावट और पैकेजिंग के अवैध संचालन का भंडाफोड़ किया है. विदेशी और महंगे शराब की बोतलों में ये नकली शराब भरकर ऊंचे दामों में बेचा जाता था. सीवास रीगल, ग्लेंलिवेट, जॉनी वॉकर और ग्रे गूस जैसे ब्रांड के नाम पर नकली शराब धड़ल्ले से बेचा जा रहा था. इन नकली शराब की बोतलों की लेबलिंग और पैकेजिंग ऐसे की जाती थी की यह पता ही नही चलता था की ब्रांडेड शराब ना होकर ये नकली शराब है.
शराब की बोतल, कैप, कॉर्क, होलोग्राम और स्टिकर भी बिलकुल असली की तरह लगाए जाते थे. पुलिस ने यहां से मिलावटी शराब के 50 बॉक्स जब्त किए हैं. असली ब्रांडेड शराब के नाम पर बेचे जाने वाले इन नकली शराब की बोतलों में देशी दारू भरा जाता था. जिसकी कीमत 250 रुपये प्रति बोतल है.
नकली शराब का गोरखधंधा सिर्फ पंजाब में नहीं चल रहा. दिल्ली में भी बड़े पैमाने पर नकली शराब का धंधा फल-फूल रहा है. दो दिन पहले दिल्ली में पुलिस ने अवैध शराब की फैक्ट्री पकड़ी है. जहां भट्टी लगाकर नकली शराब बनाई जा रही थी. मौके से 5 आरोपियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
उसी तरह पंजाब के राजपुरा-अंबाला नेशनल हाईवे एक कोल्ड स्टोर में भी नकली शराब बनाने की फैक्ट्री का पुलिस ने पर्दाफाश किया है. मौके से पुलिस को नकली शराब बनाने वाले कई सामान, मशीनें और बड़ी संख्या में बोतलें बरामद हुए हैं.
नकली शराब का ये कोई पहला मामला नहीं है, देशभर में कितने जगहों पर अभी भी नकली शराब बनाए जा रहे हैं और उन्हे धड़ल्ले से बेचें भी जा रहे है, लोग महंजीआई शराब की आड़ में ज्यादा कीमत देकर नकली शराब खरीद रहे हैं.