कोहिमा : नगालैंड के मोन जिले में मंगलवार रात हुई एक मुठभेड़ में टेरिटोरियल आर्मी का एक अधिकारी शहीद हो गया और मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने तीन उग्रवादियों को ढेर कर दिया. रक्षा सूत्रों ने बुधवार को बताया कि जिले के तिजित उप-संभाग के तहत लप्पा गांव में हुई मुठभेड़ में सेना के तीन जवान घायल भी हुए. तिजित में पुलिस सूत्रों ने बताया कि उग्रवादियों के साथ ही गोली लगने से उस ऑटो-रिक्शा का चालक भी मारा गया, जिसमें उग्रवादी जा रहे थे. मुठभेड़ में टीए बटालियन के मेजर डेविड मैनलुन शहीद हो गये. एक रक्षा प्रवक्ता ने यहां बताया कि तीन घायल जवानों का उपचार असम के जोरहाट में सेना के अस्पताल में हो रहा है.
प्रवक्ता ने बताया कि मुठभेडमंगलवार रात 11 बजे के आसपास हुई, जब टेरिटोरियल आर्मी (टीए) और 12 पैरा के संयुक्त दल ने एनएससीएन-के और उल्फा के कैडरों की लप्पा में गतिविधियों की सूचना मिलने पर असम राइफल्स के मुख्यालय महानिरीक्षक (उत्तर) के नेतृत्व में इलाके में छापेमारी की. शुरू में खबर थी कि असम राइफल्स (एआर) ने अभियान चलाया, लेकिन बाद में एआर के सूत्रों ने स्पष्ट किया कि टीए और 12 पैरा के संयुक्त दल ने उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ की. पुलिस सूत्रों ने कहा कि ऑटो चालक और उग्रवादियों के बीच किसी तरह के तार जुड़े होने की संभावना का पता लगाया जा रहा है.
मौके से हथियार और गोला-बारूद भी बरामद हुए हैं, जिनमें एक एके-56 राइफल, चीन में बनी दो एके राइफल, दो ग्रेनेड, तीन आईईडी और 270 कारतूस शामिल हैं. प्रवक्ता के अनुसार मामले में अधिक विवरण का इंतजार है.