किसान आंदोलन : मध्यप्रदेश में बंद के दौरान लूटपाट, आगजनी, तोड़फोड़ एवं पथराव, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
भोपाल : मध्यप्रदेश में कांग्रेस एवं किसान यूनियनों द्वारा सामूहिक रूप से आहूत राज्यव्यापी बंद के दौरान आक्रोशित प्रदर्शनकारियों नेबुधवार को मंदसौर, देवास, नीमच खरगौन, धार, इंदौर, सीहोर एवं उज्जैन सहित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में लूटपाट, आगजनी, तोडफोड़ एवं पथराव किया. इसमें एक दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. इसके अलावा कई जगहों […]
भोपाल : मध्यप्रदेश में कांग्रेस एवं किसान यूनियनों द्वारा सामूहिक रूप से आहूत राज्यव्यापी बंद के दौरान आक्रोशित प्रदर्शनकारियों नेबुधवार को मंदसौर, देवास, नीमच खरगौन, धार, इंदौर, सीहोर एवं उज्जैन सहित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में लूटपाट, आगजनी, तोडफोड़ एवं पथराव किया. इसमें एक दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. इसके अलावा कई जगहों पर सड़क यातायात अवरुद्ध किया गया. देवास रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन को रोका गया और देवास जिले में इंदौर-भोपाल मार्ग पर नेवरी फाटे के पास चार चाटेर्ड बसों सहित 12 वाहनों को आग लगा दी गयी.
पुलिस ने हिंसक प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए कई स्थानों पर आंसू गैस के गोले छोड़ने के साथ-साथ लाठीचार्ज भी किया. इस दौरान मंदसौर कलेक्टर से मारपीट भी की गयी एवं दो थाना प्रभारी सहित करीब एक दर्जन पुलिसकर्मियों को प्रदर्शनकारियों द्वारा किये गये पथराव में चोटें भी आयी हैं. कई ट्रकों एवं कुछ यात्री बसों सहित कई दुकानों एवं एक वेयरहाउस को जला दिया गया. कई दुकानों में तोड़फोड़ भी की गयी.
मंदसौर के कलेक्टर स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया, ‘‘मंदसौर से पिपलिया के बीच करीब 15 किलोमीटर की रेंज में बीती रात से अब तक बड़ी संख्या में ट्रकों पर प्रदर्शनकारियों द्वारा आग लगा दी गयी है. भीड़ ने कानून अपने हाथ में ले लिया.’ उन्होंने कहा कि इसके अलावा, सुवासरा में प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया. कई जगह लूटपाट, तोड़फोड़ एवं आगजनी की घटना हुई. पुलिस को उग्र प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए जिले में कई जगहों पर आंसू गैस के गोले भी छोड़े और लाठीचार्ज भी किया. सिंह ने बताया कि कि जिले में इन मामलों में 10 प्रकरण दर्ज किये गये हैं और धर-पकड़ की कार्रवाई जारी है.
मंदसौर के कलेक्टर स्वतंत्र कुमार सिंह के साथ मंदसौर के बरखेड़ा पंथ इलाके में उग्र आंदोलनकारियों ने कथित रूप से धक्का-मुक्की एवं मारपीट भी की. घटना बुधवार सुबह मंदसौर से 18 किलोमीटर दूर बरखेडा पंथ गांव में उस वक्त हुई, जब कलेकटर सिंह एवं पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश त्रिपाठी मंगलवार को गोलीकांड में मारे गये किसान अभिषेक पाटीदार (18) के घर मंगलवार सुबह शोक संवेदना प्रकट करने और उनके परिजनों से बात करने गये थे.
मंदसौर जिले में बुधवार को भी किसानों का आंदोलन उग्र रहा. उन्होंने आगजनी एवं तोड़फोड़ की तथा पुलिस पर कई जगहों पर लाठियां चलाने के साथ-साथ पथराव भी किया. इस पथराव में सुवासरा थाना प्रभारी श्याम बाबू शर्मा के सिर पर गंभीर चोटें भी आयी हैं, जिन्हें इलाज हेतु मंदसौर भेजा गया है. शर्मा को प्रदर्शनकारियों के पथराव में उस समय चोट लगी, जब वह गुरातिया प्रताप चौराहे पर हिंसक आंदोलनकारियों को पुलिस बल के साथ तितर-बितर करने के लिए गये थे.
इसके अलावा, पिपल्यामंडी थाना क्षेत्र में भी आज कथित रूप से तीन हवाई फायर होने की खबर मिली है. हालांकि, इसमें किसी को कोई चोट नहीं आयी है. मंदसौर के बड़ी चौपाटी क्षेत्र में आंदोलनकारियों ने एक वेयरहाउस में आग लगा दी तथा महू-नीमच राजमार्ग पर घंटों तक चक्का जाम किया.
उज्जैन पुलिस रेंज के महानिरीक्षक वी मधुकुमार ने बताया, ‘‘मंदसौर शहर और पिपल्यामंडी में आज कर्फ्यू जारी रहा, जबकि जिले के शेष थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू हैं.’ उन्होंने बताया कि मंगलवार को मंदसौर जिले में हुई घटना में घायल छह लोगों की हालत अब खतरे से बाहर है तथा मारे गये पांच लोगों का बुधवार को मंदसौर में अंतिम संस्कार किया गया. उन्होंने कहा कि जिले में अब स्थिति नियंत्रण में है.
इसी बीच, कांग्रेस की मंदसौर लोकसभा की पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन को बुधवार को मंदसौर जिले के नाहरगढ़ इलाके में रोक कर उस वक्त हिरासत में ले लिया गया, जब वह मंगलवार को मारे गये किसानों के परिजन को मिलने उनके घर जा रही थी.
देवास जिले में किसान आंदोलनकारियों ने भोपाल-इंदौर के बीच चलनेवाली चार चार्टर्ड बसों सहित 12 चार वाहनों को नेवरी फाटे के पास तोड़फोड़ कर आग लगा दी. बस यात्रियों ने खेतों में भागकर अपनी जान बचायी. इसके अलावा आंदोलनकारियों ने जिले के हाटपीपल्या पुलिस थाने में रखे दो पहिया वाहनों में आग लगा दी. देवास शहर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बुधवार सुबह रैली निकाल कर शहर बंद कराया और रेलवे स्टेशन पर जाकर एक ट्रेन को रोक दिया. पुलिस ने बाद में लोगों को खदेड़ कर ट्रेन को गंतव्य के लिए रवाना कराया. देवास जिले में बुधवार को पूरी तरह से बंद रहा.
मंदसौर के पड़ोसी जिले नीमच में बाजार पूरी रह से बंद रहे. लोगों ने महू-नसीराबाद राजमार्ग पर दो स्थानों मालखेडा फंटे और हरकिया खाल फंटे पर चक्का जाम कर दिया. इससे घंटों यह राजमार्ग बंद रहा. भीड़ ने हरकिया खाल फंटे के पास पुलिस चौकी में भी आग लगा दी तथा अनेकों दो पहिया वाहनों में तोड़फोड़ की.
मंदसौर, नीमच और रतलाम जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गयी, ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जा सके. मंदसौर कलेक्टर सिंह ने कहा कि मंदसौर जिले में किसी भी दल के नेता को आने की अनुमति नहीं दी जायेगी.
उज्जैन में महाकाल थाना क्षेत्र के चंदूखेडी गांव के पास प्रदशनकारियों ने चक्का जाम करते हुए गाड़ियों में तोड़फोड़ की. पुलिस ने प्रदशकारियों को रोकने की कोशिश की, तो उन्होंने पुलिस पर पथराव कर दिया. इससे थाना प्रभारी अजित तिवारी सहित 10 पुलिसकर्मी घायल हो गये. तिवारी को इलाज के लिए उज्जैन के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
उज्जैन शहर में कांग्रेस के बंद का असर मिलाजुला रहा, जबकि ग्रामीण इलाकों में बंद असरकारी रहा. सिहोर जिले में प्रदर्शनकारियों इंदौर-भोपाल मार्ग पर आष्टा और सिहोर में जाम कर दिया और मार्ग से गुजर रहे बड़वानी के अतिरिक्त कलेक्टर जयेंद्र कुमार के वाहन पर पथराव भी किया.
किसान संगठनों के बुलाये बंद का बुधवार को इंदौर में मिला-जुला असर देखा गया. इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में बंद समर्थकों द्वारा दूध और सब्जियाें की खेप को सड़कों पर बलपूर्वक बिखेरने की छिटपुट घटनाएं सामने आयीं.
आधे दिन के बंद के दौरान शहर की अधिकतर दुकानें व दफ्तर खुले रहे और सड़कों पर सामान्य दिनों की तरह यातायात चलता रहा. हालांकि, ग्रामीण क्षेत्रों में बंद का खासा असर दिखायी दिया. जिले के सिमरोल क्षेत्र में बंद समर्थकों ने दुुकानें बंद करायीं. इसके बाद उन्होंने इंदौर-खंडवा रोड पर बैठ कर धरना दिया. इससे कुछ देर के लिए रास्ता जाम हो गया. पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर प्रदर्शनकारियों से चर्चा के जरिये धरना खत्म कराया और सड़क पर यातायात बहाल कराया. पश्चिम मध्यप्रदेश के धार, खरगोन जिलों से भी बुधवार को पथराव पर वाहनों को नुकसान पहुंचाने की खबर हैं, जबकि शेष मध्यप्रदेश में शांति रही.
इस बीच, कांग्रेस के विधि प्रकोष्ठ के चेयरमेन और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने किसान आंदोलन के दौरान जिन किसानों पर पुलिस में मामले दर्ज किये गये हैं. ऐसे 450 किसानों को कांग्रेस द्वारा विधि सहायता उपलब्ध करायी जायेगी. इस बीच, देवास जिले में यात्री बसों में तोड़फोड़ और आग लगाने की घटना के बाद इंदौर-भोपाल के बीच बस सेवा भी स्थगित कर दी गयी है.