नयी दिल्लीः मध्यप्रदेश में किसानों के आंदोलन को राजनीतिक रंग देनेवाले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के फ्लाॅप शो के बाद आम आदमी पार्टी ने अपना प्रतिनिधिमंडल मंदसौर भेजने का एलान किया है. साथ ही 10 जून से पार्टी किसानों के हित में देश भर में प्रदर्शन शुरू करने की घोषणा भी की है.
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता संजय सिंह ने मंदसौर में किसानों के गुस्से की तरफ ध्यान दिलाते हुए कहा कि महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में किसान आंदोलन कर रहे हैं. वे परेशान हैं, लेकिन केंद्र और राज्यों की सरकारें किसानों के प्रति ‘उदासीन’ बने हुए हैं.
सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘यूरोप, अफगानिस्तान या पाकिस्तान में अगर कोई छोटी-सी भी घटना भी होती है, तो दुनिया में इस पर ट्वीट करनेवाले पहले शख्स हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होते हैं. वह सबसे पहले इन पर बोलते हैं, लेकिन, उन्होंने किसानों की मौत पर एक शब्द भी नहीं बोला.’
ज्ञात हो कि मध्यप्रदेश के मंदसौर में पुलिस फायरिंग में पांच किसानों की मौत के बाद से जारी हिंसक विरोध-प्रदर्शन मालवा इलाके के सात जिलों तक फैल गया है. किसानों ने गुरुवार को शाजापुर कृषि मंडी में एक ट्रक और चार मोटर साइकिलों में आग लगा दी थी.
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इसके साथ ही आंदोलनकारियों ने अनुविभागीय अधिकारी, राजस्व (एसडीएम) राजेश यादव से मारपीट भी की, जिससे उनके पैर की हड्डी टूट गयी. इसी तरह, देवास में एक ट्रक को उपद्रवियों ने आग लगा दी. बढ़ती हिंसा के चलते भोपाल-इंदौर मार्ग पर बसों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है.
पुलिस इस हिंसा के संबंध में कम से कम 56 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि 100 से ज्यादा को हिरासत में लिया गया है. मंदसौर शहर के चार पुलिस थाना इलाकों और जिले में पिपलिया मंडी में शाम चार बजे से छह बजे तक कर्फ्यू में दी गयी दो घंटे की ढील शांतिपूर्ण रही. हालांकि, इस दौरान कुछ इलाकों में लोगों को प्रदर्शन के लिए उकसाने वाली पर्चियां बांटने की खबर है और पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है.
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यहां बताना प्रासंगिक होगा कि राहुल गांधी ने मंदसौर जाने का एलान किया था, लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां जाने से रोक दिया. अंत में राहुल ने राजस्थान की सीमा में मारे गये किसानों के परिजनों से मुलाकात की.