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पत्थरबाजों की ”ढाल” को तोड़ेंगी भारतीय सेना की महिला बिग्रेड

undefined देहरादून : देहरादून की इंडियन मिलिट्री एकेडमी में पासिंग आउट परेड के दौरान पहुंचे आर्मी चीफ बिपिन रावत ने कहा कि सेना के ऑपरेशन के दौरान कई बार महिलाएं सामने आ जाती हैं, लिहाजा परेशानी का सामना करना पड़ता है इसलिए हमें सेना में महिलाओं की भी जरूरत है. उन्होंने कहा कि पहले हम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 10, 2017 10:25 AM

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देहरादून : देहरादून की इंडियन मिलिट्री एकेडमी में पासिंग आउट परेड के दौरान पहुंचे आर्मी चीफ बिपिन रावत ने कहा कि सेना के ऑपरेशन के दौरान कई बार महिलाएं सामने आ जाती हैं, लिहाजा परेशानी का सामना करना पड़ता है इसलिए हमें सेना में महिलाओं की भी जरूरत है. उन्होंने कहा कि पहले हम मिलिट्री पुलिस में महिलाओं की भर्ती करेंगे, अगर सफलता मिलती है तो आगे विचार होगा.

सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को लेखक ने बताया जनरल डायर, तो सोशल मीडिया पर छिड़ी जोरदार बहस
रावत ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्‍यम से कश्मीर के युवाओं को बरगलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना को हर वक्त प्रशिक्षित रहना जरूरी है. हमें अपनी प्रशिक्षण कायम रखने की जरूरत है. आर्मी चीफ ने आगे कहा कि हमारी कोशिश है कि कश्मीर में जो युवक राह से भटक गये हैं वो हथियार छोड़ दें.

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उन्होंने कहा कि फौज को अमन और शांति बहाल करने के लिए भेजा जाता है. हम वहां मार-धाड़ करने नहीं जाते हैं. हम कश्‍मीर में अमन और शांति बहाल करना चाहते हैं.

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