नयी दिल्ली/लंदनः भारत के बैंकों से नौ हजार करोड़ रुपये का कर्ज लेकर भाग चुके शराब कारोबारी विजय माल्या के मामले में मंगलवार को लंदन के वेस्टमिन्स्टर मजिस्ट्रेट्स कोर्ट में सुनवाई होगी. कहा जा रहा है कि सुनवाई के दौरान भगोड़े कारोबारी के प्रत्यर्पण के मामले में भारतीय अधिकारियों का पक्ष ब्रिटेन की क्राउन प्रॉसीक्यूशन सर्विस(सीपीएस) की ओर से रखा जायेगा. वहीं, इस मामले में केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा कि भारत से भागकर लंदन में रह रहे शराब कारोबारी प्रत्यर्पण इतना आसान भी नहीं है, जितना हम सोचते हैं. ईडी के द्वारा दस्तावेज यूके को भेज दिये गये हैं, हम जल्द ही माल्या को वापस लाने में कामयाब होंगे.
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इससे पहले मामले की सुनवाई 17 मई को होनी थी, जो मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गयी थी. सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय का चार सदस्यीय दल मई महीने की शुरूआत में लंदन गया था. सीपीएस सीबीआई और ईडी की ओर से मुहैया कराये गये दस्तावेजों के आधार पर दलीलें देगी. पूर्व किंगफिशर एयरलाइंस के 61 वर्षीय प्रमुख माल्या ने भारत के विभिन्न बैंकों से 9000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज लिया हुआ है.
गौरतलब है कि शराब कारोबारी विजय माल्या पिछले साल मार्च से ही ब्रिटेन में रह रहे हैं. इसी साल 18 अप्रैल को स्कॉटलैंड यार्ड ने धोखाधड़ी के आरोपों में माल्या को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद ब्रिटिश अदालतों में आधिकारिक प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू हो गयी थी. गिरफ्तारी के कुछ घंटे बाद माल्या को सशर्त जमानत पर छोड़ दिया गया था.