रतलाम/जयपुर : मंदसौर जिले में पुलिस फायरिंग में मरनेवाले किसानों के परिजन से मिलने जा रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांतिलाल भूरिया को पुलिस ने मंगलवारको उनके कई समर्थकों के साथ यहां जावरा के पास टोल नाके पर ऐहतियात के तौर पर हिरासत में ले लिया. इस बीच, पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल कोमंगलवारको नीमच में गिरफ्तारी के बाद राजस्थान सीमा में छोड़ा गया जिसके बाद वह दुबारा मध्य प्रदेश सीमा में प्रवेश के वास्ते सड़क मार्ग से बांसवाड़ा के लिए रवाना हो गये.
रतलाम जिले के पुलिस अधीक्षक अमित सिंह ने कहा, हमने कांग्रेस नेताओं को पहले ही बता दिया था कि मंदसौर में धारा 144 लागू है, इसलिए उन्हें वहां नहीं जाने दिया जायेगा. जावरा के नगर पुलिस अधीक्षक दीपक शुक्ला ने बताया, पुलिस ने सिंधिया, भूरिया और विधायक महेंद्र सिंह कालूखेड़ा सहित अन्य लोगों को धारा 151 के तहत हिरासत में लिया है. हिरासत में लिये जाने से पहले मंदसौर जाने से रोके जाने पर कांग्रेस नेताओं ने वहां जाने की मांग करते हुए सड़क पर ही धरना दिया. सिंधिया ने कहा कि मंदसौर में धारा 144 लागू है तो वह अकेले ही वहां जा रहे हैं. फिर भी उन्हें मंदसौर जाने से रोका जा रहा है, यह हिटलरशाही है. सिंधिया ने कहा कि सीएम शिवराज तो बुधवार को यहां आयेंगे फिर प्रशासन उन्हें क्यों रोक रहा है?
कृषि उत्पादों की उचित कीमत और अन्य मांगों को लेकर एक जून से प्रदेश में शुरू हुआ किसान आंदोलन 6 जून को तब हिंसक हो गया, जब मंदसौर जिले में पुलिस फायरिंग में पांच किसानों की मौत हो गयी. इसके बाद पश्चिमी मध्यप्रदेश के जिलों में किसान आंदोलन फैल गया. नीमच, धार, रतलाम, देवास,शाजापुर और अन्य जिलों में आगजनी की घटनाएं और बंद किये गये थे. किसान आंदोलन के बीच मध्य प्रदेश में 24 घंटे में तीन किसानों ने अपनी जान दे दी है. सीहोर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के चुनाव क्षेत्र और होशंगाबाद में किसान ने खुदकुशी कर ली है. विदिशा के शमशाबाद में हरि सिंह जाटव नाम के किसान ने जान दे दी है.
बांसवाड़ा के रास्ते मंदसौर जाने के लिए हार्दिक पटेल रवाना
उधर, पुलिस अधीक्षक (उदयपुर) राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हादर्कि पटेल कोमंगलवारको नीमच में गिरफ्तारी के बाद राजस्थान सीमा में छोड़ा गया जिसके बाद वह दुबारा मध्य प्रदेश सीमा में प्रवेश के वास्ते सड़क मार्ग से बांसवाड़ा के लिए रवाना हो गये. पटेल उदयपुर पहुंच कर बांसवाड़ा के लिए रवाना हुए. संभवत: पटेल बांसवाड़ा सीमा से सटे मध्य प्रदेश इलाके से प्रवेश करेंगे. गौरतलब है कि पटेल मंदसौर जाने के लिए सोमवार की शाम सड़क मार्ग से उदयपुर पहुंचे थे. वह मंदसौर में पुलिस गोलीबारी में मारे गये किसानों के परिजनों से मिलना चाहते हैं.