मोदी के दौरे से पहले भारत ने अमेरिका को दिया झटका, 6500 करोड़ का हेलीकॉप्टर सौदा रद्द
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित अमेरिका यात्रा से पहले भारत ने ट्रंप प्रशासन को करारा झटका देते हुए 6500 करोड़ के हेलीकॉप्टर सौदे को रद्द कर दिया है. भारतीय रक्षा मंत्रालय ने नौसेना के लिए अमेरिकी कंपनी सिकोर्स्की से 16 हेलीकॉप्टर खरीदने का सौदा किया था. रक्षा मंत्रालय ने हेलीकॉप्टर की कीमत […]
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित अमेरिका यात्रा से पहले भारत ने ट्रंप प्रशासन को करारा झटका देते हुए 6500 करोड़ के हेलीकॉप्टर सौदे को रद्द कर दिया है. भारतीय रक्षा मंत्रालय ने नौसेना के लिए अमेरिकी कंपनी सिकोर्स्की से 16 हेलीकॉप्टर खरीदने का सौदा किया था. रक्षा मंत्रालय ने हेलीकॉप्टर की कीमत को लेकर बात नहीं बनने के बाद यह फैसला लिया है. सूत्रों के अनुसार, रक्षा मंत्रालय ‘मेक इन इंडिया’ को सैन्य क्षेत्र में प्रभावी बनाना चाहती है, ताकि भारत को रक्षा उपकरणों के लिए अन्य देशों पर निर्भर नहीं होना पड़े.
मालूम हो कि प्रधानमंत्री अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निमंत्रण पर 25 जून से अमेरिका की यात्रा पर होंगे. ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद मोदी पहली बार अमेरिका के दौरे पर जा रहे हैं. विदेश मंत्रालय के मुताबिक यह यात्रा गहरे द्विपक्षीय संबंधों को दिशा प्रदान करेगी. ट्रंप के साथ पीएम मोदी की ये पहली मुलाकात होगी. इस दौरान वीजा संबंधी बदलावों पर भी चर्चा हो सकती है.
ज्ञात हो, भारतीय नौसेना के लिए 16 हेलीकॉप्टर खरीदने की यह डील तत्कालीन यूपीए सरकार ने वर्ष 2009 में की थी. पिछले दो साल से मोदी सरकार कंपनी से दाम में कटौती करने को कह रही थी. जल सीमा को और सुरक्षित और मजबूत करने के लिए अब नौसेना जंगी बेड़ों को 140 मल्टीरोल हेलीकॉप्टरों से लैस करेगी.
मेक इन इंडिया के तहत भारत में बनेंगे लड़ाकू विमान
सूत्रों के अनुसार, भारतीय वायु सेना अब अपने बेड़े में ज्यादा से ज्यादा स्वदेशी विमानों को शामिल करना चाहती है. इसके लिए भारतीय वायु सेना अमेरिकन एफ-16 और स्विडिश साब ग्रिपेन फाइटर एयरक्राफ्ट का ट्रायल लेनेवाली है. इस प्रोजेक्ट के तहत दोनों में से किसी एक फाइटर एयरक्राफ्ट को चुन कर 120 कांबेट प्लेन बनाने की योजना है. प्रोजेक्ट की कुल लागत 1.3 लाख करोड़ आने की उम्मीद है.